शहीद समरसता मिशन ने रक्षाबंधन पर निभाया अपना वचन, बहन को समर्पित किया शहीद पति का स्मारक
By राजेश मूणत | Published: August 30, 2023 05:34 PM2023-08-30T17:34:34+5:302023-08-30T17:37:21+5:30
राष्ट्र रक्षार्थ गुणावद के लाल शहीद कन्हैयालाल ने 21 मई 2021 में सिक्किम में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। रक्षाबंधन पर जिले के शहीद सपूत कन्हैयालाल जाट के राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण शहीद के पैतृक गांव में धूमधाम से किया जाएगा।
रतलाम: रक्षाबंधन पर जिले के शहीद सपूत कन्हैयालाल जाट के राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण शहीद के पैतृक गांव में धूमधाम से किया जाएगा। वीरांगना बहन के पैरों तले युवाओं ने अपनी हथेलियों को बिछा दिया। शहीद समरसता मिशन ने पूरे गांव में शहीद के चित्र के साथ, वीरांगना और वीर माता-पिता का सम्मान करते हुए भव्य तिरंगा यात्रा निकाली। शहादत के सम्मान के इस दृश्य को जिसने देखा वो देखता ही रह गया।
राष्ट्र रक्षार्थ गुणावद के लाल शहीद कन्हैयालाल ने 21 मई 2021 में सिक्किम में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहीद समरसता मिशन के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक मोहन नारायण ने शहीद की पत्नी, बहन वीरांगना सपना जाट और उनके माता-पिता से पिछले दिनों 31 जुलाई को महान क्रांतिकारी अमर शहीद सरदार उधम सिंह जी के बलिदान दिवस पर वादा किया था कि रक्षाबंधन पर तय समय में राष्ट्र शक्ति स्थल स्वरूप शहीद स्मारक बनाकर समर्पित करेंगे, जिसे 1 महीने के भीतर शहीद समरसता मिशन ने पूरा किया।
मिशन के युवाओं ने बहन वीरांगना सपना जाट के स्वागत सम्मान में कृतज्ञता से अपनी हथेलियों को जमीन पर बिछाकर राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण किया। इस दौरान वीरांगना समेत पूरे गांव की आँखे नम थी और चारो ओर देशभक्ति और शहादत के सम्मान में नारे सुनाई दे रहे थे। वीरांगना सपना जाट ने कहा कि मोहन भईया और मेरे शहीद समरसता मिशन के भाईयों ने मिलकर मुझे इस राष्ट्र शक्ति स्थल के रूप में मुझे मेरा जीवन, मेरा पति लौटा दिया है। सरकारों को मिशन के विचारों को आत्मसात करने के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि यह मिशन उन परिवारों के लिए जीता है, जो राष्ट्र के लिए पल-पल मरते है। यह सैनिकों के सम्मान और राष्ट्र की एकता,अखंडता के लिए काम करता है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुई पूर्व आईएएस अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सूरज डामोर ने कहा कि शहीद समरसता मिशन जो देश में शहादत के सम्मान व समरस राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है वह सराहनीय है। हमें आज भारत के भविष्य की पीढ़ी को हमारी एकता,अखंडता को लेकर जागरूक करना ही होगा ताकि वे कुशलता से इस राष्ट्र की बागडोर संभाल सकें। जो सेवा,समर्पण, त्याग व बलिदान का भाव लेकर मिशन के युवा आज देश भर में काम कर रहे है निश्चित ही ये भारत के समरस व सुदृढ़ भविष्य की नींव को अपने रचनात्मक कार्यों से मजबूत कर रहे है।
शहीद समरसता मिशन की प्रदेश संरक्षक वीरांगना प्रतिभा यादव कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने बताया कि मिशन का नेतृत्व देश के लिए जीने-मरने वाले परिवारों के हाथ में है। यह शहीदों के सपनों के समरस राष्ट्र निर्माण की चलने वाली सतत प्रक्रिया है। जिसके देश के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले परिवारों को स्वयं के परिवार के रुप में स्वीकार कर उनकी सेवा का हर संभव प्रयास मोहन भईया के नेतृत्व में किया जाता है। राष्ट्र व शहीद सपूतों के प्रति समर्पण हमारे संस्कारों में है, इसी क्रम में आज हमारे अमर सपूत शहीद कन्हैयालाल जाट जी के राष्ट्र शक्ति स्थल का लोकार्पण धूमधाम से किया गया है। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्थल का कार्य करेगा जिससे राष्ट्र की बलिदान परंपरा को पोषित करने वाले कई रणबाकुरों का उदय होगा।
केंद्रीय टोली सदस्य राहुल राधेश्याम ने बताया कि संस्थापक मोहन नारायण जी के नेतृत्व एवं महामहिम राज्यपाल और केंद्रीय संरक्षक लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जी के मार्गदर्शन में विगत 16 वर्षों से मिशन का कार्य अनवरत जारी है। हमारे पूरे प्रयास है कि हम अधिक से अधिक परिवारों तक पहुँचकर उनकी सेवा कर सकें। हमारे विचारों की स्वीकार्यता के अनुरूप आने वाले दिनों में आपको मिशन के कार्यों में राष्ट्रीय स्तर पर तेजी देखने को मिलेगी।
कार्यक्रम एवं शहीद समरसता मिशन के संयोजक प्रकाश गौड़ ने बताया कि राष्ट्र के हर शहीद व सैनिक का परिवार, हमारा परिवार है। आज रक्षाबंधन के अवसर पर वादे के मुताबिक वीरांगना बहन सपना जाट को राष्ट्र शक्ति स्थल समर्पित किया है। जिसकी कुल लागत लगभग 4 लाख रुपए है। राष्ट्र शक्ति स्थल के सौंदर्यीकरण का शेष कार्य भी आने वाले कुछ दिनों में पूर्ण किया जाएगा।
देशभक्ति से ओतप्रोत इस आयोजन में ग्रामीणों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। बच्चों ने देशभक्ति नाटकों व गानों पर प्रस्तुति दी। मिशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक वैष्णव ने बताया कि इस स्मारक का निर्माण एवं लोकार्पण समाज से एकत्रित हुई सम्मान राशि से किया गया है। मिशन ने इस कार्य हेतु वन चेक वन साइन फ़ॉर शहीद अभियान चलाकर वीरांगना बहन सपना जाट के बैंक अकाउंट में ही डिजिटल माध्यमों से राशि का एकत्रीकरण किया है।