पिछले तीन साल में गायब हुई महिलाओं के मामले में मध्यप्रदेश टॉप पर, कांग्रेस ने सीएम शिवराज को घेरा
By मुकेश मिश्रा | Published: July 31, 2023 05:34 PM2023-07-31T17:34:53+5:302023-07-31T17:36:39+5:30
पिछले हफ़्ते संसद में पेश किए गए केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में करीब 13 लाख 13 हजार महिलाएं पिछले 3 सालों में गायब हुई हैं। इसमें से सबसे ज्यादा करीब 2 लाख महिलाएं अकेले मध्यप्रदेश की हैं।
इंदौरः महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस के सभी मोर्चा संगठनों की प्रभारी श्रीमती शोभा ओझा ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ़्ते संसद में पेश किए गए केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में करीब 13 लाख 13 हजार महिलाएं पिछले 3 सालों में गायब हुई हैं। इससे भी ज्यादा शर्मनाक यह है कि इसमें से सबसे ज्यादा यानि करीब 2 लाख महिलाएं अकेले हमारे मध्यप्रदेश की ही हैं।
शिवराज सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए श्रीमती ओझा ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा संकलित ये आंकड़े जब संसद में पेश हुए तो शिवराज सरकार द्वारा उछाले गए 'लाडली बहना' और 'लाडली लक्ष्मी' के खोखले नारों की असली पोल खुल कर सामने आ गई।
आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 और 2021 के बीच करीब 160180 महिलाएं और 38234 लड़कियां मध्यप्रदेश से लापता हुई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में काबिज भ्रष्ट और नाकारा भाजपा सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक ओर तो दिन-रात 'लाडली बहना', 'लाडली लक्ष्मी' जैसी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर असलियत यह है कि हमारे यहां बेटियां और महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। रोज यहां बेटियां गायब होती हैं, रेप , गैंगरेप के मामले में भी हम नंबर एक पर है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि पिछले तीन सालों में ही इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं का मध्यप्रदेश से गायब होना हमारे लिये बेहद चिंताजनक है, इसके साथ ही इन आंकड़ों ने एक अक्षम और नाकारा मुख्यमंत्री द्वारा उछाले गये 'लाडली लक्ष्मी' और 'लाडली बहना' जैसे खोखले नारों की शर्मनाक हकीकत को भी पूरी तरह से उजागर कर दिया है।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संसद में पिछले सप्ताह पेश आंकड़ों के मुताबिक देश से 2019 से 2021 के बीच 18 साल से अधिक उम्र की 10,61,648 महिलाएं लापता हुईं जबकि इसी अवधि में देश से 18 साल उम्र की 2,51,430 लड़कियां गायब हुईं। सरकार ने संसद को सूचित किया कि उसने पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं जिनमें यौन अपराधों को रोकने के लिए आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम- 2013 को लागू करना शामिल है।