मध्यप्रदेश: किसान कर्ज माफी को लेकर भाजपा हुई हमलावर,  मुख्यमंत्री ने किसानों को लिखी चिट्ठी

By राजेंद्र पाराशर | Published: August 24, 2019 05:49 AM2019-08-24T05:49:43+5:302019-08-24T05:49:43+5:30

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के किसानों को लेकर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. प्रदेश सरकार की कर्जमाफी योजना से 5 लाख किसान अब बाहर हो जाएंगे, योजना के तहत ऐसे सभी किसान कर्जमाफी योजना से बाहर हो जाएंगे, जिनका 2 लाख रूपए से ज्यादा का कर्ज होगा, यहां तक कि 2 लाख एक रूपए होने पर भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

Madhya Pradesh: BJP attack on farmer loan waiver, Chief Minister writes letter to farmers | मध्यप्रदेश: किसान कर्ज माफी को लेकर भाजपा हुई हमलावर,  मुख्यमंत्री ने किसानों को लिखी चिट्ठी

मध्यप्रदेश: किसान कर्ज माफी को लेकर भाजपा हुई हमलावर,  मुख्यमंत्री ने किसानों को लिखी चिट्ठी

Highlightsमध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने कहा कि राज्य की कमलनाथ सरकार किसानों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है प्रदेश सरकार की कर्जमाफी योजना से 5 लाख किसान अब बाहर हो जाएंगे, योजना के तहत ऐसे सभी किसान कर्जमाफी योजना से बाहर हो जाएंगे

मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है. कमलनाथ सरकार ने कर्जमाफी को लेकर नया प्रारूप बनाया है, जिसमें 2 लाख रुपए से एक रूपए भी कर्ज ज्यादा होगा, तो उस किसान का कर्जमाफ नहीं किया जाएगा, इस पर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है. कमलनाथ सरकार में मंत्री सचिन यादव और कांग्रेस संगठन भाजपा के आरोपों को नकार रहे हैं.

लोकसभा चुनाव के बाद अब फिर से मध्यप्रदेश में किसान कर्ज माफी का मुद्दा गरमाया है. भाजपा इस मुद्दे को लेकर फिर से कमलनाथ सरकार पर हमलावर हुई है. 5 लाख किसानों की कर्जमाफी के दायरे से बाहर किए जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सोयाबीन की फसलों में कीट लगने से किसान बबार्दी की कगार पर हैं. सरकार सर्वे भी नहीं कर पा रही है. इस मामले को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखने की बात कही है. इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्जमाफी तो दूर की बात, यह कमलनाथ सरकार मक्के और सोयाबीन के 5 सौ रुपए क्विंटल खा गई, धान का बोनस खा गई, गेहूं 21 सौ रुपए क्विंटल बिकना था, उसके 160 रुपए भी नहीं मिल रहे हैं. भाजपा द्वारा उठाए गए कर्ज माफी के मुद्दों के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज किसानों के नाम एक पत्र लिखा, इस पत्र का प्रकाशन भी अखबारों में कराया गया. इस पत्र को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं एक बात से हैरान हूं, मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की लंबी-चौड़ी चिट्ठी अखबारों में छपी है! अरे किसानों को चिट्ठी नहीं, कर्ज़माफी चाहिए! आज जिन किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ वे डिफाल्टर बन गए और अब 14 प्रशित ब्याज देना पड़ रहा है, मैं पूछता हूं. यह ब्याज कौन भरेगा? चिट्ठियां लिखने से कुछ नहीं होगा, कर्जमाफी की एकमुश्त राशि किसानों के खातों में जमा करें, तभी वे संतुष्ट होंगे.

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के किसानों को लेकर प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. प्रदेश सरकार की कर्जमाफी योजना से 5 लाख किसान अब बाहर हो जाएंगे, योजना के तहत ऐसे सभी किसान कर्जमाफी योजना से बाहर हो जाएंगे, जिनका 2 लाख रूपए से ज्यादा का कर्ज होगा, यहां तक कि 2 लाख एक रूपए होने पर भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा. हालांकि बाद में कांग्रेस संगठन ने इस तरह का फैसला सरकार द्वारा लिए जाने को नकार दिया है.

लोगों को सरेआम जलाना आतंक की पराकाष्ठा नहीं थी

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सोनिया ने कहा कि जब राजीव गांधी पूर्ण बहुमत से प्रधानमंत्री बने तब भी डर का माहौल नहीं बनने दिया गया! हजारों सिख भाई-बहनों का कत्लेआम किसने किया? किस पार्टी के कार्यकर्ता उस समय माब-लिंचिंग के लिए निकले थे? लोगों को सरेआम जिÞंदा जला दिया गया था, क्या वह आतंक की पराकाष्ठा नहीं थी? उन्होंने कहा कि जिस पार्टी या नेता ने नरेन्द्र मोदी को जितनी गाली दी, वह उतने ही गहरे गड्ढे में गया. चौहान ने कहा कि आप आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार को देख लीजिए, जहां जिसने जितनी गाली दी, जनता ने उसे उतने ही गहरे गड्ढे में भेजने का काम किया.

मुख्यमंत्री तो नहीं बदले, अध्यक्ष बदल गए

पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सरकार पर साधा निशाना. कर्ज माफी के प्रारूप को बदलने को लेकर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्ज माफ नही करने पर मुख्यमंत्री बदलने की बात कही थी, लेकिन मुख्यमंत्री तो नही खुद कांग्रेस अध्यक्ष बदल गए. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस सरकार यू टर्न वाली सरकार है जो बार-बार अपने वादों से मुकर रही है. प्रदेश में किसी भी किसान का कोई कर्ज माफ नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी किसान का कोई कर्ज माफ नहीं हुआ है.

किसानों के प्रति संवेदनशील है सरकार

मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने कहा कि राज्य की कमलनाथ सरकार किसानों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है और सरकार अपने वचन के अनुरूप एक एक किसान की कर्जमाफी के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी को लेकर मीडिया में आई खबर सत्य नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी से संबंधित वह खबर निराधार और भ्रामक है, जिसमें कहा गया है कि सरकार 2 लाख रुपए के ऊपर के कर्जदार किसानों की कर्जमाफी नहीं करेगी.

सभी किसानों का 2 लाख रुपए तक का कर्ज होगा माफ

किसान कर्ज माफी को लेकर फैली भ्रम की स्थिति को कृषि मंत्री सचिन यादव ने स्पष्ट करते हुए कहा कि 2 लाख रूपए से अधिक का कर्ज माफ नहीं होने की जो खबरें सामने आ रही हैं, वे भ्रामक हैं. प्रदेश सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है. सचिन यादव ने अपने बयान में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ किसानों को लेकर बहुत संवेदनशील है. किसानों की मदद करने के लिए प्रदेश सरकार वचनबद्ध है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान कर्ज माफी की जो घोषणा की थी, कांग्रेस सरकार अपने वचन की पक्की सरकार है. प्रदेश के सभी किसानों को 2 लाख रूपए तक का कर्ज माफ होगा.

Web Title: Madhya Pradesh: BJP attack on farmer loan waiver, Chief Minister writes letter to farmers

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