Assembly Elections 2023: दिग्विजय ने कमलनाथ के 'अखिलेश-वखिलेश' वाले बयान पर कहा, "किसी को ऐसा नहीं कहना चाहिए"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 25, 2023 12:22 PM2023-10-25T12:22:47+5:302023-10-25T12:27:08+5:30
दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ द्वारा सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर की गई 'अखिलेश-वखिलेश' वाली टिप्पणी पर कहा कि किसी को किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए।
भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ द्वारा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर की गई 'अखिलेश-वखिलेश' वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि किसी को किसी के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार दिग्विजय सिंह ने यह टिप्पणी आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल के बारे में कहा। उन्होंने कहा, "कमलनाथ ने अखिलेश यादव के बारे में क्या कहा मुझे नहीं पता है और न ही यह पता है कि कमलनाथ ने यह बात किस संदर्भ में की है लेकिन किसी को भी किसी के बारे में ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "कमलनाथ ने मेरे पास समाजवादी पार्टी में टिकट वितरण पर चर्चा के लिए एक टीम भेजी थी। उस बैठक में सपा छह सीटें कांग्रेस से मांग रही थी और चर्चा के बाद मैंने कमलनाथ को एक रिपोर्ट भेजी थी कि हम समाजवादी पार्टी के लिए चार सीटें छोड़ सकते हैं।''
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से मध्य प्रदेश चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ साझा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा था तो उन्होंने इसे राज्य नेतृत्व पर छोड़ दिया था।
उन्होंने कहा, "मैंने कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय नेतृत्व से पूछा था कि हमें विधानसभा चुनाव में इंडिया एलायंस के साथ संबंध रखना चाहिए तो उन्होंने इसका फैसला राज्य नेतृत्व पर छोड़ दिया था। इंडिया एलायंस लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेगा लेकिन राज्यों के चुनाव में हमारे पास अलग-अलग मुद्दे हैं।''
इस बीच, सपा प्रमुख अखिलेष यादव के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा, "अखिलेश जी बहुत ईमानदार व्यक्ति हैं। वह शिक्षित हैं और वह पार्टी और परिवार को एकसाथ संभाल रहे हैं। मुझे नहीं पता कि चर्चा कहां गलत हो गई लेकिन कमलनाथ पूरी ईमानदारी के साथ समझौता करना चाहते थे। वैसे गठबंधन में दोस्ताना झगड़े होते रहते हैं।"
मालूम हो कि कुछ दिन पहले छिंदवाड़ा में पत्रकारों ने कमलनाथ से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के विश्वासघात के आरोपों पर सवाल किया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, "अरे भाई छोड़ो अखिलेश वखिलेश"
दरअसल अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कुछ नेता सत्ताधारी विरोधी भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं। उन्होंने कहा था, "अगर उन्हें इस बात का पता होता कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस उन्हें धोखा देगी तो वह उस पर कभी भरोसा नहीं करते।"
अखिलेश ने आगे कहा कि वह इस तथ्य से अनभिज्ञ थे कि भाजपा को हराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया ब्लॉक का गठन किया गया है और गठबंधन सहयोगी राज्य स्तर पर एक साथ नहीं बल्कि एक-दूसरे के विरोध में लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अगर मुझे पता होता कि गठबंधन राज्य स्तर पर नहीं है तो मैं सपा नेताओं को दिग्विजय सिंह के पास नहीं भेजता। अगर मुझे पता होता कि कांग्रेस के लोग हमें धोखा देंगे तो मैं कभी उन पर भरोसा नहीं करता।"
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे और मतगणना 3 दिसंबर को होगी। मतदान के माध्यम से, राज्य 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायकों का चुनाव करेगा।