बिहार: बहाल होगी शिक्षा व्यवस्था, 3 महीने के भीतर भरे जाएंगे लगभग 2 लाख शिक्षक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 4, 2020 08:45 AM2020-01-04T08:45:27+5:302020-01-04T08:45:27+5:30
बिहार में साल 2015 के बाद चार साल बाद शिक्षकों की नियुक्ति होने की तैयारी है। सभी चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच कर 31 मार्च 2020 तक इन्हें नियोजन पत्र दे दिया जाना तय किया गया है।
बिहार के सरकारी स्कूलों में तीन माह के भीतर शिक्षकों की जोरदार भर्ती होने जा रही है। इस योजना के मुताबिक करीब एक लाख सत्तर हजार रिक्त शिक्षकों के पद भरे जाने की तैयारी है। ये शिक्षक कक्षा 1 से लेकर 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए भर्ती किये जाएंगे। जानकारी के मुताबिक मार्च महीने तक सवा लाख से अधिक शिक्षक नियुक्त किए जायेंगे। इसके लिए नियुक्ति की प्रक्रिया भी जारी है। इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति से शिक्षा की बदहाली को कम करने में मदद मिलेगी साथ ही शिक्षक-छात्र अनुपात सुधारने में मदद मिलेगी।
बिहार में फिलहाल 42 हजार 606 प्राथमिक, 28,638 मध्यमिक विद्यालय और 391 बुनियादी विद्यालय हैं। इस तरह कुल 71244 प्रारंभिक स्कूलों के लिए शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया पिछले 6 महीने से चल रही है। कई बार प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने नियोजन के शेड्यूल में बदलाव किए। अब 22 नवम्बर के अंतिम बदलाव के मुताबिक नियोजन का कार्यक्रम चल रहा है।
बीते 5 जुलाई 2019 को शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन का कार्यक्रम घोषित किया था। इसके मुताबिक 1 लाख प्रारंभिक शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया 25 जुलाई से शुरू हो चुकी है। आपको बता दें कि बिहार में साल 2015 के बाद चार साल बाद शिक्षकों की नियुक्ति होने की तैयारी है। सभी चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच कर 31 मार्च 2020 तक इन्हें नियोजन पत्र दे दिया जाना तय किया गया है। माना जा रहा है कि जब सरकारी विद्यालयों में अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र आरंभ हो तो उसमें ये शिक्षक अपना योगदान दे सकें।
इसके अलावा राज्यभर में संचालित 5726 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए भी 30,020 पदों पर शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया 1 जुलाई 2019 से ही चल रही है। 29 नवम्बर को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांट देना था लेकिन 17 दिसम्बर को जारी संशोधित कार्यक्रम के मुताबिक 14 जनवरी 2020 तक मेधा सूची का अंतिम प्रकाशन होना है। अब 19 फरवरी को नगर निकाय और 20 फरवरी को जिला परिषद के लिए चयनित माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षकों को नियोजन पत्र दिया जाना सुनिश्चित किया गया है।
इन दोनों ही नियुक्तियों के अलावा शिक्षा विभाग ने माध्यमिक-उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए 37440 और पद चिह्नित किये हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए 28 फरवरी को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा एसटीईटी परीक्षा ली जाएगी। पहली से लेकर 12वीं तक में करीब 1.30 लाख शिक्षकों की मार्च तक नियुक्ति हो जाने से प्रदेश की बदहाल शिक्षा व्यवस्था बेहतर होगी। शिक्षा विभाग के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो फिलहाल राज्य के सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकन के मुताबिक छात्र-शिक्षक अनुपात 44:1 जबकि माध्यमिक -उच्च माध्यमिक में 70:1 है। नई नियुक्तियों के बाद यह अनुपात क्रमश: 35:1 और 65: 1 हो जाएगा।