'एक राज्य-एक राजधानी' की मांग को लेकर युवाओं ने पदयात्रा शुरू की
By भाषा | Updated: November 19, 2021 20:20 IST2021-11-19T20:20:39+5:302021-11-19T20:20:39+5:30

'एक राज्य-एक राजधानी' की मांग को लेकर युवाओं ने पदयात्रा शुरू की
गोपेश्वर, 19 नवंबर 'एक राज्य-एक राजधानी' की मांग को लेकर आंदोलन चला रहे युवाओं के एक दल ने शुक्रवार को चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर से गैरसैंण के लिए नंगे पैर पदयात्रा शुरू की।
गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने के पैरोकार आंदोलनकारी प्रवीण सिंह काशी की अगुवाई में युवाओं के दल ने यहां गोपीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना और हवन के बाद सभा कर जनजागरण के साथ पदयात्रा शुरू की।
इस मौके पर काशी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे से राज्य में दो राजधानियों की कोई जरुरत नहीं है और सरकार अंग्रेजी हुकूमत की तर्ज पर अपने मौज-मस्ती के लिए ऐसा कर जनता का धन बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां जनता को रोजगार, वेतन, अस्पताल, स्कूल सड़क, बिजली और ऋण चुकाने के लिए पैसे की जरुरत है वहां सरकार दो राजधानियां बनाकर इसकी बर्बादी कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि गैरसैंण को दूर बताकर, गैरसैंण और पहाड़ के विरुद्ध राजनीति की जा रही है।
काशी ने कहा कि जब तक राज्य सरकार गैरसैंण में नहीं बैठेगी, तब तक प्रदेश से पलायन नहीं रुकेगा। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड बनने के बाद 35 लाख लोग पहाड़ छोड़ कर पलायन करने को बाध्य हुए हैं और करीब 4000 गांव भूतहा हो गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘‘ऑल वेदर रोड’ बन सकती है, कर्णप्रयाग तक रेल जा सकती है, टिहरी और पंचेश्वर बांध बन सकते हैं तो गैरसैंण स्थाई राजधानी क्यों नहीं बन सकती।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।