"आपने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था, मैंने आपकी सरकार बचा दी, हिसाब बराबर हो गया", जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार से कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 24, 2024 10:16 AM2024-02-24T10:16:03+5:302024-02-24T10:21:12+5:30
जीतनराम माझी ने कहा कि उन्होंने बिहार में एनडीए की सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना समर्थन देकर उसके द्वारा किये गये एहसान को चुका दिया है।
पटना: साल 2024 में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री बने जीतनराम माझी ने बीते शुक्रवार को कहा कि उन्होंने बिहार में एनडीए के साथ मिलकर जदयू की सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना समर्थन देकर उसके द्वारा किये गये एहसान को चुका दिया है।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार एक कार्यक्रम में बोलते हुए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुल मिलाकर 125 वोट मिले थे। माझी ने दावा किया कि उन्होंने नीतीश कुमार की गद्दी बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जीतनराम मांझी ने कहा, "बिहार विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 वोटों की जरूरत थी और नीतीश कुमार को कुल 125 वोट मिले। उसमें हमारा योगदान चार वोटों का था। अगर उन 4 वोटों को हटा दिया जाए तो नीतीश को 121 वोट मिलते और उनका सरकार नहीं बन पाती।"
उन्होंने कहा, "अगर हम नीतीश को वोट नहीं देते तो आज की तारीख में वो मुख्यमंत्री न होते क्योंकि विधानसभा में बहुमत परीक्षण के समय ही उनकी सरकार गिर जाती।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "एक बार उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था और अब मैंने उनकी सरकार को गिरने से बचा लिया। इसलिए में अब यह कह सकता हूं कि मैंने उनके द्वारा किये गये एहसान का बदला चुका दिया है। उनका सारा हिसाब बराबर हो गया है।"
इसके आगे मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर और एनडीए में शामिल होकर बहुत सही फैसला लिया है।"
कार्यक्रम में बोलते हुए जीतनराम माक्षी ने बिहार के लोगों से उनकी सरकार के लिए वोट करने की अपील की और कहा कि वह राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करने की दिशा में काम करेंगे।
इस बीच मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछली बार वह अपनी मर्जी से राजद गठबंधन में शामिल हुए थे और इस बार बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से गठबंधन में शामिल हुए हैं।
मालूम हो कि नीतीश कुमार ने राजद, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर बनाई गई "महागठबंधन" से नाता तोड़ने के बाद नौवीं बार एनडीए में शामिल होकर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।