'महाराष्ट्र चुनाव के बाद चली जाएगी योगी की कुर्सी', अखिलेश यादव का दावा
By राजेंद्र कुमार | Published: November 11, 2024 10:18 PM2024-11-11T22:18:56+5:302024-11-11T22:19:36+5:30
कुंदरकी सीट पर हो रहे उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव दोनों ही अपने-अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए जी जान से जुट गए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (यूपी) में कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव दिलचस्प हो गया है. यह सीट मुरादाबाद जिले में संभल लोकसभा सीट में आती है. कुंदरकी से विधायक रहे जिया उर रहमान बर्क अब सपा के सांसद हैं।
ऐसे में अब कुंदरकी सीट पर हो रहे उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा मुखिया अखिलेश यादव दोनों ही अपने-अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए जी जान से जुट गए हैं। गत 8 नवंबर को सीएम योगी ने कुंदरकी सीट पर प्रचार करते हुए सपा पर ज़ोरदार हमला बोला था। उस दिन उन्होंने कहा था, 'जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई'।
सीएम योगी के इस कथन का जवाब अखिलेश यादव ने कुंदरकी में सोमवार को दिया। उन्होंने सीएम योगी को आड़े हाथों लेते हुए यह ऐलान किया कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद चली सीएम योगी की कुर्सी छीन ली जाएगी, इसलिए आजकल वह अपनी कुर्सी बचाने के लिए तरफ तरह के नारे गढ़ रहे हैं, लेकिन दिल्लीवालों ने तय कर लिया है कि महाराष्ट्र के चुनाव के बाद इनकी कुर्सी बचेगी नहीं।
अखिलेश यादव का योगी पर हमला :
कुंदरकी में सोमवार को चुनावी रैली संबोधित करते हुए अखिलेश ने यह ऐलान किया। इस जनसभा में सपा के पीडीए फार्मूले को लेकर सीएम योगी के दिए गए बयान को लेकर अखिलेश यादव उनसे खफा दिखे, जिसके चलते ही उन्होने कहा कि सीएम योगी को अंग्रेजी नहीं आती।
यही वजह है जो रविवार को सीएम योगी ने यह कहा कि पीडीए यानी प्रोडक्शन हाउस ऑफ दंगाई एंड अपराधी। उनसे पूछना चाहिए कि पीडीए में एच कहाँ से आ गया। असल में समूची भारतीय जनता पार्टी और खुद सीएम योगी सपा की पीडीए राजनीति से डर गए हैं।
इसी कारण वह कानून व्यवस्था की दुहाई दे रहे हैं, लेकिन इनका सबसे बड़ा पुलिस अधिकारी अभी तक कार्यवाहक है, वह परमानेंट नहीं हो पाया है। वही दूसरी तरफ दिल्ली वाले अब सीएम योगी की कुर्सी छीनने की तैयारी में हैं।
हालांकि अपनी कुर्सी बचाने के लिए सीएम योगी दिल्ली गए थे और वह चाहते थे कि उनकी कुर्सी बची रहे लेकिन अपने लिए वह कुछ पा नहीं सके। ऐसे घटनाक्रम के कारण ही अखिलेश यादव ने रैली में ऐलान किया, मैं आपको भरोसा दिला रहा हूं कि महाराष्ट्र में बीजेपी हारेगी और यूपी में कुर्सी छीन ली जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि इनकी (सीएम योगी) कुर्सी तभी चली गई होती, जब इन्हें लगा कि नजूल की जमीन से मुसलमान भाईयों को बेदखल करने के लिए कानून लाने का प्रयास किया था। इस जब विरोध हुआ तो कुर्सी छीने जाने के डर से उन्होंने कानून वापस ले लिए था, लेकिन अब जिस तरह से समाज को बांटने के लिए वह नारे गढ़ रहे हैं, उसके चलते अब इनकी कुर्सी छीनने के फैसला किया जा चुका है।
कुंदरकी में हो रही कांटे की टक्कर :
कुंदरकी में अखिलेश हाजी रिजवान के समर्थन में रैली करने पहुंचे थे. इस सीट पर बार यहां तगड़ा मुकाबला हो रहा है। भाजपा ने इस सीट पर ठाकुर रामवीर सिंह को टिकट दिया है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से रफतुल्लाह चुनावी मैदान में हैं। नगीना संसदीय सीट से चुनाव जीते सांसद चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने चांद बाबू को चुनाव मैदान में उतारा है।
ओवैसी की पार्टी भी इस सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा किया है। कुंदरकी विधानसभा सीट पर 64 फीसदी मुस्लिम आबादी है। बसपा और ओवैसी की पार्टी इस सीट के मुस्लिम वोटों में सेंध लगाने के प्रयास में हैं, लेकिन इस बार इस सीट पर सपा और भाजपा उम्मीदवार के बीच में टक्कर हो रही है।
पिछले 31 साल से इस सीट पर भाजपा को कभी जीत हासिल नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि दलित और मुस्लिम समाज के वोट जिस तरफ एक मुश्त जाएगा, उसकी जीत इस सीट पर होगी, इसीलिए सीएम योगी और अखिलेश यादव ने यहां एक दूसरे पर बढ़ चढ़ का हमला बोला है।