उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मंगवलार (19 मई) दोपहर तक 500 बसें गाजियाबाद तथा 500 बसें नोएडा के जिलाधिकारियों को सौंपने को कहा है । मंगलवार सुबह अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव को पत्र भेजा।
अवस्थी ने पत्र में कहा, ''आपके पत्र के अनुसार आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं एवं नोएडा,गाजियाबाद बार्डर पर ही बस देना चाहते है । अत:ऐसी स्थिति में कृपया जिलाधिकारी गाजियाबाद को 500 बसें 12 बजे तक उपलब्ध कराने का कष्ट करें । जिलाधिकारी गाजियाबाद को तदअनुसार निर्देशित किया गया है । गाजियाबाद में जिला प्रशासन द्वारा सभी बसों को रिसीव किया जायेगा एवं उनका उपयोग किया जाएगा । कृपया गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे एवं साहिबाबाद बस अड्डे में बसें उपलब्ध कराने का कष्ट करें ।''
इस पत्र के जवाब में प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार का पत्र सुबह 11:05 बजे मिला है। उन्होंने यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह) को लिखे पत्र में कहा, हमारी कुछ बसें राजस्थान से आ रही हैं और कुछ दिल्ली से, इसके लिए दोबारा परमिट दिलवाने की कार्यवाही जारी है। बसों की संख्या अधिक होने के नाते इसमें कुछ घंटे लगेंगे। आपके आग्रह अनुसार बसें गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर शाम 5 बजे पहुंचाई जाएंगी।
इससे पहले सोमवार देर रात अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रियंका वाड्रा के निजी सचिव को पत्र लिखा कि सभी बसों के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस, परिचालकों के परिचय पत्र और बसों के फिटनेस प्रमाण पत्र जिलाधिकारी कार्यालय लखनऊ को वृंदावन योजना सेक्टर- 15 और 16 उपलब्ध करायें ।
इस पर प्रियंका वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह ने पत्र के माध्यम से ही जवाब दिया था कि सोमवार देर रात 11.40 बजे ईमेल से यूपी सरकार का एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें 1000 बसों के तमाम दस्तावेज लखनऊ में सुबह 10 बजे देने की बात कही गई है। ऐसी स्थिति में एक हजार बसों को लखनऊ भेजना न सिर्फ समय और संसाधनों की बर्बादी है बल्कि अमानवीयता भी है।