सोनभद्र, 10 जुलाईः उत्तर प्रदेश के जोशो-खरोश से भरे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई रिकॉर्डतोड़ काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 1001 जोड़ों का सामूहिक विवाद करा के एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इस दौरान सीएम योगी ने सभी जोड़ों को शादी के बाद आशीर्वाद भी दिया और उपहार स्वरूप सभी जोड़ों को लाभ भी पहुंचाए। लेकिन इस बड़े रिकॉर्ड के चक्कर में एक चूक हो गई। इन हजार जोड़ों का नंबर पूरा करने के चक्कर में तीन ऐसे जोड़ों की भी शादी करा दी गई, जो पहले से शादीशुदा थे।
जानकारी के अनुसार सोनभद्र के रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक के सलखान की शिमला पुत्री राम निहार की शादी रामचंद्र पुत्र रामलखन गुप्ता निवासी कनहरा से 19 जून को ही शादी हुई थी। मौका देखकर इस नवविवाहित जोड़े को योगी के अधिकारियों ने फिर से शादी करा दी। इसी तरह नगवां ब्लॉक के सरईगढ़े गांव में संगीता कुमार पुत्री मोलन की शादी चंदोली की जमसोत गांव के अरमरनाथ पुत्र रामवृक्ष से बीती 10 मई को हुई थी। इसके अलावा बभनी ब्लॉक के डुमरहर गांव की दवंती पुत्री राम विचार गोंद की शादी जून महीने में मध्य प्रदेश के बरहपान गांव में हुई थी।
मामले के ऊजागर होने के बाद इस पर सोनभद्र के अधिकारी जांच की बात कर रहे हैं। लेकिन जबसे इस कार्यक्रम की घोषणा हुई है तभी से यह विवादित हो गया था। मामले में कई आधिकारियों पर लोगों को जबरन शादी के लिए तैयार कराने प्रधानों को धमकाने आदि मामले भी सामने आए थे। साथ ही योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम को अचानक नौ घंटे करने से भी कई दूल्हा-दुल्हनों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि इन सब बातों से बेपरवाह यूपी सीएम ने इस अवसर को प्रचार में तब्दील करते हुए जमकर ट्वीट किए।
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लेकिन इन सब के बीच सोनभद्र के स्थानीय लोगों में पूरे कार्यक्रम को लेकर नाराजगी है। जब हमने कुछ स्थानीय लोगों से बात की तो बताया गया कि इस कार्यक्रम में जबर्दस्त पक्षपात किया गया। इसमें जरूरतमंदों की शादी के बजाए इससे जुड़े अधिकारियों ने अपने सगे-संबंधियों को सामुहिक विवाह के बाद मिलने वाले लाभ के चक्कर में नाम रजिस्टर करा दिए। इस कार्यक्रम में अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रही थीं।