नई दिल्ली/मुंबईः यस बैंक के शेयरों में गुरुवार को 39 प्रतिशत की भारी गिरावट हुई और एनएसई में शेयर के भाव घटकर 17.45 रुपये पर आ गए।
इस गिरावट के साथ ही यस बैंक ने पिछले कुछ सत्रों में हासिल की गई बढ़त गंवा दी है। पिछले दो कारोबारी सत्रों में इस बैंक के शेयर में 77 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई थी। खबर लिखे जाने तक एनएसई में शेयर 12.67 प्रतिशत गिरावट के साथ 25.65 रुपये के भाव पर थे, जबकि बीएसई में यह 12.85 प्रतिशत गिरावट के साथ 25.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 2450 करोड़ रुपये में यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करेगी। पिछले महीने रिजर्व बैंक ने नकदी संकट के चलते यस बैंक के कामकाज पर रोक लगा दी थी। इस बीच, रेटिंग एजेंसी इंड-रा ने कहा कि यस बैंक के कामकाज पर रोक के चलते बैंक से जुड़े अधिकांश कॉरपोरेट पर अल्पकालिक असर पड़ सकता है। एजेंसी ने यह भी कहा कि सामान्य सेवाओं को बहाल करने में देरी से ग्राहकों को भी नकदी संकट का सामना करना पड़ सकता है।
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बीच दुनिया भर में आवाजाही पर रोक लगने से निवेशकों की चिंताएं बढ़ीं और गुरुवार को विमानन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई। सुबह के कारोबार में इंडिगो, स्पाइसजेट और बंद हो चुकी जेट एयरवेज के शेयरों में भारी गिरावट हुई।
स्पाइसजेट में 18 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई। इस दौरान 30 शेयरों वाले सेंसेक्स सूचकांक में 2,000 अंकों से अधिक की गिरावट हुई। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो की पितृ कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,039.35 रुपये पर पहुंच गए।
कंपनी ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते उसकी तिमाही आय में कमी आएगी। स्पाइसजेट के शेयर 18 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 49.40 रुपये पर आ गए, जबकि जेट एयरवेज करीब पांच प्रतिशत गिरकर 18.95 रुपये पर था।