Yes Bank Crisis: बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तंज कसकर पूछा, क्या आज एक और बैंक डूबेगा?
By रामदीप मिश्रा | Published: March 6, 2020 03:46 PM2020-03-06T15:46:22+5:302020-03-06T15:46:53+5:30
Yes Bank Crisis: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। केंद्रीय बैंक की इस मामले पर पूरी पकड़ है और उसने इसके जल्द समाधान के लिए आश्वस्त किया है। मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि येस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है।'
रिजर्व बैंक ने सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर रोक लगाई, जिसके बाद से उसके ग्राहकों के अंदर डर बैठने लगा है कि उनका पैसा डूबने के कगार पर पहुंच गया है। हालांकि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि किसी भी जमाकर्ता को कोई नुकसान नहीं होगा। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ही ट्वीट कर तंज कस दिया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ही ट्वीट कर चिंता जताई है। उन्होंने पूछा कि क्या आज एक और बैंक डूबेगा? साफतौर पर सुब्रमण्यम स्वामी का इशारा नरेंद्र मोदी सरकार और आरबीआई की ओर था। येस बैंक मामले पर मोदी सरकार पर विपक्ष भी हमलावर है। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने सरकार पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। केंद्रीय बैंक की इस मामले पर पूरी पकड़ है और उसने इसके जल्द समाधान के लिए आश्वस्त किया है। मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि येस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है। यह कदम जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए हैं। हमारी इस मामले पर पूरी पकड़ है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने मुझे भरोसा दिलाया है कि येस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा।'
Will another bank sink today?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 6, 2020
रिजर्व बैंक ने गुरुवार को सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर रोक लगाई और उसके निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है। येस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा।
अगले एक महीने के लिए रिजर्व बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया है। वहीं देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के निदेशक मंडल ने नकदी संकट से जूझ रहे येस बैंक में निवेश के लिए ‘सैद्धांतिक’ स्वीकृति दे दी है।
इससे पहले 2004 में ग्लोबल ट्रस्ट बैंक का ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में विलय किया गया था। 2006 में आईडीबीआई बैंक ने यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक का अधिग्रहण किया था। इससे करीब छह माह पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद शहर के सहकारी बैंक पीएमसी बैंक के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया गया था।