कश्मीर में यासीन मलिक की JKLF पर मोदी सरकार ने लगाया बैन, गृह सचिव राजीव गौबा ने बताई वजह
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 22, 2019 20:51 IST2019-03-22T20:51:23+5:302019-03-22T20:51:23+5:30
यह जम्मू-कश्मीर में दूसरा संगठन है जिसे इस महीने प्रतिबंधित किया गया है। इससे पहले, केंद्र ने जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया था।

कश्मीर में यासीन मलिक की JKLF पर मोदी सरकार ने लगाया बैन, गृह सचिव राजीव गौबा ने बताई वजह
केंद्र सरकार ने यासीन मलिक के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) को शुक्रवार को आतंकवाद विरोधी कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि संगठन पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को कथित तौर पर बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि संगठन को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्रतिबंधित किया गया है। इसके प्रमुख यासीन मलिक गिरफ्तार हैं और फिलहाल वह जम्मू की कोट बलवल जेल में बंद हैं। यह जम्मू-कश्मीर में दूसरा संगठन है जिसे इस महीने प्रतिबंधित किया गया है।
Central government bans Separatist Yasin Malik led Jammu Kashmir Liberation Front. pic.twitter.com/W9R2NrdOFj
— ANI (@ANI) March 22, 2019
इससे पहले, केंद्र ने जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर पर प्रतिबंध लगा दिया था।
Union Home Secretary Rajiv Gauba: A large number of secessionist leaders were being provided security by the state, this matter has been reviewed. And after review, security of many such persons has been withdrawn and this process of review will continue further. pic.twitter.com/jIFB1kgKBx
— ANI (@ANI) March 22, 2019
गृह सचिव राजीव गौबा ने कहा, जेकेएलएफ को प्रतिबंधित कर दिया गया है क्योंकि सरकार की आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। गृह सचिव राजीव गौबा ने यह भी कहा, जेकेएलएफ जम्मू कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों में सबसे आगे है, वह 1989 में कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के लिये जिम्मेदार रहा है, जिसकी वजह से उन्हें राज्य से बाहर पलायन करना पड़ा।