दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार किया, सिग्नेचर ब्रिज के पास राहत शिविर में लोगों ने लिया शरण
By अनिल शर्मा | Updated: July 22, 2023 08:17 IST2023-07-22T08:09:58+5:302023-07-22T08:17:01+5:30
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 22 जुलाई तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।

दिल्ली में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार किया, सिग्नेचर ब्रिज के पास राहत शिविर में लोगों ने लिया शरण
नई दिल्लीः यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। शुक्रवार को यमुना का जल स्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया। ऐसे में अपने घरों को लौट रहे लोग फिर से शिविरों में ंजाने को मजबूर हो गए। बाढ़ प्रभावित लोग सिग्नेचर ब्रिज के पास राहत शिविर में शरण ले रहे हैं।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार शाम छह बजे यमुना का जल स्तर 205.34 मीटर तक पहुंच गया तथा रात 11 बजे तक इसके 205.45 तक पहुंचने की संभावना जताई गई थी। रात 10:00 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जलस्तर 205.48 मीटर दर्ज किया गया। इससे बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के प्रयासों में देरी हुई।
बताया गया कि 11 जुलाई 2023 को हथनी कुंड बैराज से प्रति घंटा पानी का डिस्चार्ज लगभग 3,60,000 क्यूसेक था जो आज शाम 07:00 बजे तक 29,973 क्यूसेक रिकार्ड किया गया है।
#WATCHदिल्ली: बाढ़ प्रभावित लोग सिग्नेचर ब्रिज के पास राहत शिविर में शरण ले रहे हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2023
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर कल रात एक बार फिर खतरे के निशान के ऊपर पंहुचा। pic.twitter.com/LfmOBKjZBg
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश के कारण पिछले दो-तीन दिनों में जल स्तर में मामूली उतार-चढ़ाव हुआ है। पिछले आठ दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बहने के बाद मंगलवार की रात आठ बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया था जो बुधवार सुबह पांच बजे घटकर 205.22 मीटर रह गया।
हालांकि शुक्रवार को जलस्तर में फिर से वृद्धि होने लगी और यह खतरे के निशान के ऊपर बहने लगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 22 जुलाई तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।