"सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर डब्ल्यूटीओ सुधारों को संबोधित करने की आवश्यकता है", बोलीं वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल
By अनुभा जैन | Published: May 25, 2023 04:13 PM2023-05-25T16:13:05+5:302023-05-25T16:17:10+5:30
वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज बेंगलुरु में दूसरे व्यापार और निवेश कार्य समूह की बैठक में जोर देते हुए आज कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की रीढ़ बनाता है।
बेंगलुरु: विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की रीढ़ बनाता है। डब्ल्यूटीओ सुधारों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर संबोधित करने की आवश्यकता है।
वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज बेंगलुरु में दूसरे व्यापार और निवेश कार्य समूह की बैठक में जोर देते हुये यह बात कही। पटेल ने आगे कहा कि व्यापार और निवेश कार्य समूह के लिए भारत की अध्यक्षता के तहत जी20 द्वारा अपनाई गई प्राथमिकताएं पिछले अध्यक्षों की निरंतरता का मिश्रण हैं और ये उन अतिरिक्त चुनौतियों को दर्शाती हैं जिन पर वैश्विक ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, सोम प्रकाश ने कहा, “खुले बाजारों, सरकारी समर्थन और विश्वव्यापी एकीकरण के माध्यम से, हमने महान परिवर्तन देखा है।
भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। व्यापक सुधारों ने प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया है, नौकरशाही बाधाओं को कम किया है, और पारदर्शिता को बढ़ाया है।
भारत विनिर्माण, बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपार अवसर प्रदान करता है। हम एक स्थिर नीति ढांचा प्रदान करके, बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा करके और कुशल प्रतिभा की उपलब्धता सुनिश्चित करके एक निवेशक-अनुकूल परिदृश्य बनाने के लिए समर्पित हैं।’’
वाणिज्य विभाग के सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि डब्ल्यूटीओ ने प्रभावी रूप से भूमिका निभाई है और इसलिए, बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के उद्देश्य से समावेशी प्रयास किए गए हैं।
इन तीन दिनों के दौरान व्यापक चर्चा के माध्यम से, प्रतिनिधियों ने एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए एक मेटा-सूचना पोर्टल बनाने की कार्य योजना पर चर्चा की।
उन्होंने व्यापार दस्तावेजों के डिजिटलीकरण के लिए उच्च स्तरीय सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया। सत्रों में समावेशी और पारदर्शी कामकाज और बहुपक्षीय व्यापार समझौतों पर प्रकाश डाला गया।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के तहत प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है जिसमें स्टार्ट अप्स और कॉफी व अन्य विक्रेताओं ने अपने स्टाल लगा कर डेलीगेट्स का ध्यान आकर्षित किया।
साइड इवेंट्स के रूप में, प्रतिनिधियों ने पारंपरिक सांस्कृतिक नृत्य प्रदर्शनों को देखा और महत्वपूर्ण स्मारकों, जैसे विधान सौधा और बैंगलोर पैलेस का दौरा किया।
यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि वैश्विक व्यापार और निवेश में तेजी लाने के लिए तीन दिवसीय आयोजन में जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों, क्षेत्रीय समूहों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 75 प्रतिनिधि विचार-विमर्श में लगे हुए हैं।
भारत के जी20 प्रेसीडेंसी का उद्देश्य, वैश्विक व्यापार और निवेश में आने वाली चुनौतियों की साझा समझ बनाना है।