नई दिल्ली। एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने शनिवार को कहा कि भारत शांति सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हमेशा इस दिशा में प्रयासरत रहेगा, लेकिन गलवान घाटी में सैनिकों का 'बलिदान' व्यर्थ नहीं जाएगा। भारतीय वायु सेना प्रमुख हैदराबाद के पास वायु सेना अकादमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड में बोल रहे थे।
एयर चीफ ने कहा, "हमारे क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्य यह बताता है कि हमारे सशस्त्र बल हर समय तैयार सतर्क रहते हैं। हम किसी भी अचानक हुई घटना का जवाब देने के लिए अच्छी तरह से तैयार और तैनात हैं। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि हम गलवान के बहादुरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।"
उन्होंने कहा, "कृपया कर्नल संतोष बाबू और उनके बहादुर लोग जिन्होंने गलवान घाटी में एलएसी का बचाव करते हुए बलिदान दिया को श्रद्धांजलि देने में मेरे साथ शामिल हों। ये चुनौतीपूर्ण स्थितियों में वीरता से किसी भी कीमत पर भारत की संप्रभुता की रक्षा करने के हमारे संकल्प को प्रदर्शित करता है।"
वायुसेना प्रमुख ने पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच सोमवार को गालवान घाटी में हुई हिंसक झड़प पर कहा, "अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हालातों में वीरतापूर्ण कार्रवाई ने किसी भी कीमत पर भारत की संप्रभुत्ता की रक्षा की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।"
लद्दाख में सोमवार को शहीद हुए थे 20 भारतीय जवान
बता दें कि सोमवार को लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए थे। भारतीय सेना ने बताया है कि शहीद हुए जवानों में 15 जवान बिहार रेजिमेंट से थे। इसके अलावा पंजाब रेजिमेंड के 3, 81 एमपीएससी रेजिमेंट और 81 फील्ड रेजिमेंट के एक-एक जवान शहीद हुए।