चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ शिकायत करने वाली महिला की मांग- 'मुझे जांच रिपोर्ट की कॉपी दी जाए'
By विनीत कुमार | Published: May 8, 2019 08:56 AM2019-05-08T08:56:56+5:302019-05-08T08:56:56+5:30
महिला ने तीन जजों की समिति को लिखा है कि अगर जांच रिपोर्ट की एक कॉपी उसे नहीं सौंपी जाती है तो 'यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ होगा और न्याय के उपहास' जैसा होगा।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को यौन उत्पीड़न मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों वाली आतंरिक समिति की ओर से मिली क्लीन चिट के बाद शिकायतकर्ता महिला ने जांच रिपोर्ट की कॉपी मांगी है। शिकायतकर्ता सुप्रीम कोर्ट की ही पूर्व कर्मचारी रही है जिसने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर ऐसे आरोप लगाये थे। महिला ने चिट्ठी लिखकर समिति से जांच रिपोर्ट की कॉपी की मांग की है।
मीडिया में आये महिला के तीन जजों (जस्टिस एसए बोडबे, इंदिरा बनर्जी और इंदु मल्होत्रा) की समिति को लिखी चिट्ठी में कहा गया है कि अगर जांच रिपोर्ट की एक कॉपी उसे नहीं सौंपी जाती है तो 'यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ होगा और न्याय के उपहास' जैसा होगा। शिकायतकर्ता ने लिखा, 'मेरे पास रिपोर्ट को हासिल करने का अधिकार है, इसका कारण जानने का अधिकार है, साथ ही उसकी भी जानकारी हो जिसके तहत किसी व्यक्ति या सबूत पर इस जांच के दौरान विचार किया गया हो।'
शिकायतकर्ता ने ये भी लिखा, जैसा कि मीडिया में रिपोर्ट किया गया, 'अगर रिपोर्ट की एक कॉपी सीजेआई को सीधे या अप्रत्यक्ष तौर पर भी दिया जाता है, तो मैं भी इस मामले में एक कॉपी की हकदार हूं।'
इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के बाहर काफी हंगामा देखने को मिला था जब कई महिला वकील सहित नागरिक अधिकार ग्रुप ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह सभी चीफ जस्टिस के खिलाफ शिकायत के निपटारे के लिए अपनाये गये तरीकों का विरोध कर रहे थे। इसके बाद कोर्ट के बाहर धारा-144 लगा दी गई थी। पुलिस ने भी कई लोगों को गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, महिला ने चीफ जस्टिस गोगोई पर आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट के 22 जजों को हलफनामा भेजा था। बाद में शीर्ष कोर्ट में तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने इस मामले की सुनवाई की थी। चीफ जस्टिस ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ साजिश बताया था। उन्होंने कहा था कि शिकायत करने वाली महिला के पीछे कुछ बड़ी ताकतें खड़ी हैं जो शीर्ष कोर्ट को अस्थिर करना चाहती हैं।