प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी गर्भवती महिला, आधार कार्ड न होने पर डॉक्टरों ने लौटाया घर, जुड़वा बच्चों को जन्म देते वक्त तोड़ा दम
By अनिल शर्मा | Published: November 4, 2022 10:20 AM2022-11-04T10:20:15+5:302022-11-04T10:37:36+5:30
पड़ोसियों ने बताया कि मृत महिला भारती नगर स्थित घर में एक अन्य लड़की के साथ रह रही थी। वह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से ताल्लुक रखती थी और डिलीवरी के लिए पैसे जुटाने के लिए उसने कुछ पड़ोसियों से मदद मांगी थी
कर्नाटकः यहां के तुमकुरु जिला अस्पताल द्वारा लापरवाही के कारण एक 30 वर्षीय महिला और उसके नवजात जुड़वा बच्चों की गुरुवार प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के पास कथित तौर पर आधार या मातृत्व कार्ड न होने के कारण अस्पताल प्रशासन से उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया।
पड़ोसियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कस्तूरी ( मां) को पिछली शाम को प्रसव पीड़ा हुई थी और उसे अस्पताल ले जाया गया था। बुधवार को कस्तूरी को प्रसव पीड़ा होने के बाद उन्होंने उसे एक ऑटोरिक्शा में तुमकुरु जिला अस्पताल भेज दिया। डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों ने कथित तौर पर उसे यह कहते हुए भर्ती करने से इनकार कर दिया कि उसके पास न तो आधार कार्ड है और न ही 'मातृत्व कार्ड'। पड़ोसियों ने कहा कि जब वह असहनीय दर्द में थी तब अस्पताल ने उसे घर वापस भेज दिया।
उन्होंने आगे बताया कि डॉक्टर ने कस्तूरी से कहा कि वह उसे बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में रेफर करते हुए एक पर्ची लिखेगी।हालांकि, अगली सुबह तक दर्द तेज हो गया और उसने घर पर एक बच्चे को जन्म दिया। दूसरे बच्चे को जन्म देते समय उसे भारी रक्तस्राव हुआ और उसकी मृत्यु हो गई।
पड़ोसियों के मुताबिक, मृत महिला भारती नगर स्थित घर में एक अन्य लड़की के साथ रह रही थी। वह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से ताल्लुक रखती थी और डिलीवरी के लिए पैसे जुटाने के लिए उसने कुछ पड़ोसियों से मदद मांगी थी। पड़ोसियों ने बताया कि उस समय कस्तूरी के पति मौजूद नहीं थे। पड़ोसियों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी एक छह साल की बच्ची भी थी।
इस घटना को ध्यान में रखते हुए, जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) डॉ मंजूनाथ डीएन ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को निलंबित करने की सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि “यह कर्तव्य की अवहेलना है। चूंकि मैं ड्यूटी डॉक्टर के निलंबन का आदेश नहीं दे सकती, इसलिए मैंने तुमकुरु जिले के उपायुक्त को इसकी सिफारिश की। उन्होंने बताया कि एक विस्तृत जांच भी होगी।
इस घटना की जद (एस) और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने भारी आलोचना की है। विपक्षी पार्टियों ने इस घटना पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर के इस्तीफे की मांग की है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट में कहा कि तुमकुरु में एक और भयानक और भीषण घटना हुई, जिसने पूरे कर्नाटक को हिलाकर रख दिया।