दिल्ली में कोरोना वायरस के नये मामले बढ़ने के साथ क्वारंटीन में रोगियों की संख्या 43 प्रतिशत बढ़ी
By भाषा | Updated: September 3, 2020 18:12 IST2020-09-03T18:12:58+5:302020-09-03T18:12:58+5:30
सरकारी आंकड़े दिखाते हैं कि एक सितंबर को घरों में पृथक-वास में रहे कोविड-19 रोगियों की संख्या बढ़कर 8,119 हो गयी तथा इलाज करा रहे कुल रोगियों की संख्या 15,870 पहुंच गयी।

सांकेतिक तस्वीर (File Photo)
नयी दिल्ली: दिल्ली में एक महीने में कोविड-19 का इलाज करा रहे रोगियों की संख्या में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, वहीं घरों में पृथक-वास में रह रहे रोगियों की संख्या 43 प्रतिशत बढ़ी है। दिल्ली सरकार के आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है। दिल्ली में एक अगस्त को अस्पतालों में इलाज करा रहे या पृथक-वास में रह रहे कोविड-19 के रोगियों की संख्या 10,596 थी।
इनमें से 5,660 घरों में पृथक-वास में थे। एक महीने पहले अस्पतालों में 13,578 बिस्तरों में से केवल 2,979 पर मरीज थे। सरकारी आंकड़े दिखाते हैं कि एक सितंबर को घरों में पृथक-वास में रहे कोविड-19 रोगियों की संख्या बढ़कर 8,119 हो गयी तथा इलाज करा रहे कुल रोगियों की संख्या 15,870 पहुंच गयी।
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 705 नये मामले
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 1088 हो गयी वहीं राज्य में 705 नये संक्रमित मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह साढ़े दस बजे तक के बीते लगभग 12 घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से सात और मौत हुई हैं।
इसके साथ ही संक्रमण के 705 नये मामले सामने आने से राज्य में इस महामारी से पीड़ितों की अब तक की कुल संख्या 85379 हो गयी जिनमें से 13421 रोगी उपचाराधीन हैं।
त्रिपुरा में कोरोना वायरस के एक दिन में 590 नए मामले -
त्रिपुरा में बृहस्पतिवार को एक दिन में कोरोना वायरस के सर्वाधिक 590 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में इस महामारी की चपेट में आने वालों की कुल संख्या 13,312 हो गई । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस अवधि में कोविड-19 के आठ मरीजों की मौत हुई है जिन्हें मिलाकर अबतक त्रिपुरा में 126 लोगों की जान संक्रमण की वजह से जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि राज्य में इस समय 5,193 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि 8,033 मरीज ठीक हो चुके हैं। अधिकारी के मुताबिक 20 संक्रमित दूसरे राज्य चले गए हैं। उन्होंने बताया कि त्रिपुरा में अबतक 2.88 लाख से अधिक नमूनों की जांच की गई है।