22 साल बाद कश्मीर में लागू हुआ राष्ट्रपति शासन क्या अबकी बार भी कोई नया रिकार्ड बनाएगा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 2, 2019 04:20 PM2019-07-02T16:20:22+5:302019-07-02T16:20:22+5:30
1990 में लागू राष्ट्रपति शासन ने एक नया रिकार्ड बनाया था। तकरीबन पौने सात साल सालों तक यह राज्य में लागू रहा था। यह सिर्फ राज्य का ही नहीं बल्कि देश का भी अपने किस्म का नया रिकार्ड था कि इतनी लम्बी अवधि के लिए किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू रहा हो।
पिछले साल 22 सालों बाद जो राष्ट्रपति शासन जम्मू कश्मीर में लागू हुआ था उसकी अवधि को आज से फिर से 6 महीने के लिए बढ़ा तो दिया गया है लेकिन लोगों को आशंका है कि हालात के चलते कहीं इस बार भी यह कोई नया रिकार्ड न बना दे। जैसे वर्ष 1990 में लगाए गए राष्ट्रपति शासन ने 7 साल का लंबा रिकार्ड बनाया था।
राज्यसभा की मंजूरी के बाद जम्मू कश्मीर में आज रात से राष्ट्रपति शासन की दूसरी अवधि चालू हो गई। पिछले साल दिसम्बर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य में राज्यपाल शासन खत्म होने के एक दिन पहले ही इसकी सिफारिश केंद्र सरकार को कर दी थी जिसने मंत्रिमंडल की सहमति की मुहर लगाने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेज दिया था। इससे पूर्व 1990 से अक्तूबर 1996 तक 7 सालों तक जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन रहा था।
1990 में लागू राष्ट्रपति शासन ने एक नया रिकार्ड बनाया था। तकरीबन पौने सात साल सालों तक यह राज्य में लागू रहा था। यह सिर्फ राज्य का ही नहीं बल्कि देश का भी अपने किस्म का नया रिकार्ड था कि इतनी लम्बी अवधि के लिए किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू रहा हो।
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद यह प्रथम अवसर था कि जब राज्य में इतनी लम्बी अवधि के लिए राष्ट्रपति शासन लागू किया गया। इससे पूर्व वर्ष 1977 में मार्च महीने में राज्य में उस समय प्रथम बार राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था जब कांग्रेस ने तत्कालीन शेख अब्दुल्ला की सरकार से अपना समर्थन वापस लिया था।