मेनका और वरुण गांधी के TMC में शामिल होने की तैयारी? तृणमूल की आज शहीद दिवस रैली के बीच पहुंचे कोलकाता
By विनीत कुमार | Published: July 21, 2022 01:20 PM2022-07-21T13:20:29+5:302022-07-21T13:31:50+5:30
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आज टीएमसी की शहीद दिवस रैली हो रही है। इसमें लाखों की संख्या में कार्यकर्ता जुटे हैं। ऐसी अटकलें हैं कि वरुण गांधी और मेनका गांधी इस रैली के बीच टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आज सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की शहीद दिवस रैली हो रही है। इसमें हिस्सा लेने के लिए टीएमसी के लाखों कार्यकर्ता कोलकाता में जुटे हैं। ममता बनर्जी भी इस रैली को संबोधित करेंगी। इस बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी के भी कोलकाता पहुंचने की खबर है। बताया जा रहा है कि साथ में वरुण की मां और मेनका गांधी भी पहुंची है। ऐसे में अटकलें शुरू हो गई हैं क्या दोनों टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहा है लेकिन अफवाहों का बाजार गर्म है। रैली के दौरान भाजपा के तीन विधायकों के भी तृणमूल में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। गौरतलब है कि वरुण गांधी भाजपा से सांसद होते हुए भी पिछले कई महीनों से लगातार अपनी ही पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं।
शहीद दिवस रैली में बड़ी संख्या में उमड़े लोग
टीएमसी के ये वार्षिक रैली कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद निकाली जा रही है। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। टीएमसी के उत्साहित समर्थकों ने ट्रेनों, बसों तथा निजी वाहनों से सुबह चार बजे से ही घटनास्थल पर पहुंचना शुरू कर दिया। इनमें से कई लोग रैली के लिए दो दिन पहले ही शहर में पहुंच गए हैं।
टीएमसी कार्यकर्ताओं को भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेनों से हावड़ा और सियालदह के दो टर्मिनल स्टेशनों पर पहुंचते हुए देखा गया। उन्होंने पार्टी के झंडे, पारंपरिक ‘ढाक’ और शंख बजाते हुए बनर्जी के पोस्टर ले रखे थे। रैली के दौरान शहर में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए कम से कम 4,500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
West Bengal | TMC holds Martyr's Day Rally in Kolkata. A large number of supporters gather at Esplanade pic.twitter.com/3erXLdKPG2
— ANI (@ANI) July 21, 2022
इस साल यह रैली इसलिए भी खास है क्योंकि यह 2021 के विधानसभा चुनावों में टीएमसी की शानदार जीत और लगातार तीसरी बार पार्टी के सत्ता में लौटने के बाद पहली बार आयोजित की जा रही है।
टीएमसी 1993 में तत्कालीन वाम मोर्चे की सरकार के खिलाफ युवा कांग्रेस की रैली पर पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों की याद में हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाती है। इस घटना के वक्त ममता बनर्जी युवा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष थीं।
(भाषा इनपुट)