जम्मूः जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि कुछ युवाओं के बीच मामूली कहासुनी के कारण वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति बनी जिसमें दुर्भाग्य से 12 लोगों की मौत हो गई। दिलबाग सिंह ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और पुलिस एवं अन्य अधिकारियों ने स्थिति पर समय रहते काबू पा लिया।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि घटनास्थल से मिली प्रारंभिक सूचना के अनुसार, कुछ युवा लड़कों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और कुछ ही सेकंड के भीतर भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। कटरा के माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में 12 लोग की मौत और 13 लोग घायल हुए हैं। घटना लगभग सुबह 2:45 बजे हुई। : जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार एक तर्क छिड़ा जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और फिर भगदड़ मच गई।
दिलबाग सिंह ने कहा, “पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने त्वरित प्रतिक्रिया दी तथा भीड़ में व्यवस्था तुरंत बहाल कर ली गई लेकिन उस वक्त तक नुकसान हो चुका था।” पुलिस प्रमुख ने कहा, “घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में पहुंचाया गया।” उन्होंने बताया कि घटना में 15 लोग घायल हुए हैं।
मायावती ने सरकार पर लगाए आरोप
BSP प्रमुख मायावती ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के दौरान हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हो गए। मीडिया के माध्यम से अब तक जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उसमें सरकार की ज़्यादा लापरवाही नज़र आ रही है। सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करे।
भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएंगी और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा ने भी मुआवजे की घोषणा करते हुए कहा कि माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाएंगे।