लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर लगातार हमलावर रहने वाले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव यूपी सरकार को घेरने को एक मौका बर्बाद नहीं होने देते हैं। सपा सुप्रीमो के ताजा तंज का मसला ताज नगरी आगरा से जुड़ा का है। जी हां, ताजमहल परिसर में एक महिला विदेशी पर्यटक को बंदर द्वारा काटे जाने के मसले में भी अखिलेश यादव ने योगी सरकार की घेराबंदी कर ली।
अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, "ताजमहल में विदेशी पर्यटक को बंदर द्वारा काटे जाने का समाचार बेहद गंभीर है। देश-प्रदेश में आर्थिक बदहाली के बीच अगर विदेशी पर्यटक डर गये तो पर्यटन उद्योग व उप्र की आय का साधन भी प्रभावित होगा। डीएम के चश्मे की तरह क्या बंदर पकड़ने का फंड भी बंदर ले उड़े या उसकी बंदरबाँट हो गयी?"
योगी सरकार के खिलाफ किये इस कटाक्ष में अखिलेश यादव ने बीते अगस्त महीने में बंदर द्वारा मथुरा के डीएम के चश्मा छीने जाने का भी हवाला दिया है। उस वाकये पर भी अखिलेश यादव ने व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया था और कहा था, ''बंदर ने सोचा जब भाजपा के शासन में प्रशासन को चश्मा लगाकर भी कुछ नहीं दिखता है तो चश्मे का क्या काम।''
मालूम हो कि अखिलेश यादव ने आज लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ पार्टी कार्यालय से राज्य विधानसभा तक मार्च निकाला और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सपा के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में सड़कों की हालत खस्ता है। किसानों को कोई मुआवजा नहीं है। कुछ इलाकों में बाढ़ और कुछ इलाकों में सूखा पड़ा है। लम्पी वायरस से गायों की मौत हो रही है। महंगाई बढ़ रही है और सरकार की ओर से लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही है। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। बेरोजगारी बढ़ रही है। आखिर इन प्रश्नों पर सरकार हमारा सामना क्यों नहीं करना चाहती है।