Savitribai Phule Jayanti 2024: भारत की पहली महिला शिक्षिका, जानें कौन थीं सावित्रीबाई फुले

By सतीश कुमार सिंह | Published: January 3, 2024 09:27 AM2024-01-03T09:27:56+5:302024-01-03T12:36:22+5:30

Savitribai Phule Jayanti 2024: तीन जनवरी, 1831 को जन्मीं सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रधानाचार्या और पहले किसान स्कूल की संस्थापिका थीं।

who was Savitribai Phule Jayanti 3 jan 2024 her 193nd birth anniversary look life of Savitribai Phule India’s first woman teacher Maharashtrian poet, educator, and social reformer | Savitribai Phule Jayanti 2024: भारत की पहली महिला शिक्षिका, जानें कौन थीं सावित्रीबाई फुले

file photo

Highlightsभारत की पहली महिला शिक्षिका थीं।नारीवादी आंदोलन की स्थापना करने का श्रेय दिया जाता है। 1848 में पहले आधुनिक भारतीय लड़कियों के स्कूलों में से एक की स्थापना की।

Savitribai Phule Jayanti 2024: सावित्रीबाई फुलेमहाराष्ट्रीयन कवयित्री, शिक्षिका और समाज सुधारक थीं। उन्होंने और उनके पति ने महाराष्ट्र और भारत में महिलाओं के अधिकारों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें भारत में नारीवादी आंदोलन की स्थापना करने का श्रेय दिया जाता है। भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं।

तीन जनवरी, 1831 को जन्मीं सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रधानाचार्या और पहले किसान स्कूल की संस्थापिका थीं। सावित्रीबाई ने अपना पूरा जीवन एक मिशन की तरह व्यतीत किया। पुणे में भिडे वाडा के पास सावित्रीबाई और उनके पति ने 1848 में पहले आधुनिक भारतीय लड़कियों के स्कूलों में से एक की स्थापना की।

उन्होंने जाति और लिंग पूर्वाग्रह और व्यक्तियों के अनुचित व्यवहार को दूर करने के लिए अभियान चलाया। उन्नीसवीं सदी के दौरान प्रसिद्ध भारतीय समाज सुधारक, शिक्षिका और कवयित्री सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले ने महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सावित्रीबाई को पुणे में भिडे वाडा में अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ पहला गर्ल्स स्कूल बनाने के लिए जाना जाता है।

बाल विधवाओं को शिक्षित करने और उनकी मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए। विधवा पुनर्विवाह की वकालत की और बाल विवाह और सती प्रथा के खिलाफ अभियान चलाया। बीआर अम्बेडकर और अन्नाभाऊ साठे के साथ उन्हें दलित मांग जाति का प्रतीक माना जाता है और वह महाराष्ट्र के सामाजिक सुधार आंदोलन में एक प्रमुख थीं। जाति और लिंग आधारित भेदभाव को दूर किया।

इतिहास में तीन जनवरी की तारीख में दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:

1831: देश की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का जन्म।

1836 : मुंशी नवल किशोर का जन्म।

1880 : ‘इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया’ का पहला अंक बम्बई में प्रकाशित।

1938 : अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने पोलियो की बीमारी का इलाज ढूंढ़ने के लिए एक फाउंडेशन की स्थापना की। रूजवेल्ड 1921 में इस बीमारी की चपेट में आए थे।

1959 : अलास्का को अमेरिका का 49वां राज्य घोषित किया गया।

1980 : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति बाबरक कर्माल ने सोवियत हमले को सही ठहराया।

1993: अमेरिका और रूस इस बात पर राजी हुए कि वे अपने-अपने परमाणु हथियारों के भंडार को आधा कर देंगे।

2001 : हिलेरी क्लिंटन ने न्यूयार्क के सीनेटर के तौर पर शपथ ग्रहण की। वह देश के इतिहास में पहली पूर्व प्रथम महिला हैं, जिन्होंने चुनावी विजय हासिल की।

2004 : मंगल के अन्वेषण के लिए निकला अंतरिक्ष यान रोवर स्पिरिट ग्रह के रासायनिक और भौतिक संयोजन के अध्ययन के लिए मंगल पर उतरा।

2004 : मिस्र की विमानन कंपनी फ्लैश एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान 604 के दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार सभी 148 लोग मारे गए।

2014 : अलकायदा के चरमपंथियों ने इराक के फालुजा में पुलिस मुख्यालय को नुकसान पहुंचाया और इलाके को अपने कब्जे में बताते हुए उसके एक स्वतंत्र क्षेत्र होने का ऐलान किया।

Web Title: who was Savitribai Phule Jayanti 3 jan 2024 her 193nd birth anniversary look life of Savitribai Phule India’s first woman teacher Maharashtrian poet, educator, and social reformer

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे