पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच जारी टकराव जारी है। राजद में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ खडे़ हैं तो उनके भाई तेजप्रताप ने फिर जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राजद बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि कौन हैं तेज प्रताप? मैं तेज प्रताप के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। मैं लालू प्रसाद के प्रति जवाबदेह हूं, वह मेरे अध्यक्ष हैं। पार्टी के 75 सदस्यों में वह (तेज प्रताप) उनमें से एक हैं। क्या उनके पास पार्टी में कोई और पद है?
राजद बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह तेज प्रताप यादव के सहयोगी और राजद छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाने के बाद के बयानों पर कहा कि मुझे नहीं पता था कि वह (तेज प्रताप) नाराज थे। शायद उसे कोई गलतफहमी है। वह एक छोटी सी बात को एक बड़ा मामला बनाना चाहते हैं।
जगदानंद सिंह की नाराजगी की वजह लगातार तेजप्रताप को बताया जा रहा था। कल जब जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव की मुलाकात हुई, उसके बाद से काई उथल-पुथल मच गई है। इस मुलाकात के बाद जगदानंद सिंह ने बड़ा निर्णय लेते हुए आकाश यादव को अध्यक्ष पद से हटा दिया।
जगदानंद सिंह ने गगन कुमार को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंप दी है। जगदानंद सिंह के द्वारा आकाश यादव को पद से हटाए जाने के बाद तेजप्रताप ने प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत पर सवाल उठाए हैं। इस फैसले से तेजप्रताप यादव काफी गुस्से में हैं। वह जगदानंद सिंह पर भड़क गए हैं।
तेजप्रताप द्वारा उन्हें हिटलर कहे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी में कोई हिटलर हो ही नहीं सकता है। कोई कुछ भी कहे मैं उस पर ध्यान नहीं देता हूं, जगदानंद ने कहा कि राजद में संवैधानिक पद पर तीन लोग हैं- लालू प्रसाद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मैं।