कौन हैं गीता सामोता?, 56 साल के इतिहास में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सीआईएसएफ की पहली कर्मी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 20, 2025 19:10 IST2025-05-20T19:09:57+5:302025-05-20T19:10:54+5:30
‘‘गीता ‘दुनिया की शिखर’ पर खड़ी थीं और यह एक विजयी क्षण था। यह न केवल व्यक्तिगत जीत का प्रतीक था, बल्कि सीआईएसएफ और राष्ट्र के तौर पर भारत के अविश्वसनीय जज्बे और मजबूती का भी प्रतीक था।’’

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नई दिल्लीः सब इंस्पेक्टर गीता सामोता केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 56 साल के इतिहास में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली कर्मी बन गई हैं। सीआईएसएफ के प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने सोमवार को 8,849 मीटर ऊंचे पर्वत की चढ़ाई पूरी की। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘गीता ‘दुनिया की शिखर’ पर खड़ी थीं और यह एक विजयी क्षण था। यह न केवल व्यक्तिगत जीत का प्रतीक था, बल्कि सीआईएसएफ और राष्ट्र के तौर पर भारत के अविश्वसनीय जज्बे और मजबूती का भी प्रतीक था।’’
"CISF की नारी शक्ति की ऐसी मिसाल, जिसने छू लिया आसमान और बना दी नई पहचान।"
— CISF (@CISFHQrs) May 20, 2025
DG #CISF and all ranks congratulate L/SI Geeta Samota of CISF Unit, Udaipur Airport, on successfully scaling Mount Everest (8,848 m), the highest peak in the world.
She has not only brought immense pride… pic.twitter.com/tL1I32uazs
पैंतीस साल की अधीनस्थ अधिकारी 2011 में इस अर्धसैनिक बल में शामिल हुईं। वह वर्तमान में सीआईएसएफ की उदयपुर हवाई अड्डा इकाई में तैनात हैं। राजस्थान के सीकर जिले के चाक गांव की गीता शुरुआत में हॉकी खिलाड़ी थी लेकिन चोट लगने के कारण वह इस खेल से दूर हो गयी।
प्रवक्ता ने कहा कि उस समय सीआईएसएफ के पास पर्वतारोहण टीम नहीं थी। उन्होंने बताया कि गीता ने पर्वतारोहण में विशेष प्रशिक्षण लिया और 2019 में वह उत्तराखंड में माउंट सतोपंथ (7,075 मीटर) और नेपाल में माउंट लोबुचे (6,119 मीटर) पर चढ़ने वाली किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की पहली महिला बनीं।