नंदीग्रामः तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी का यहां रेयापाड़ा में मंगलवार को भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्री राम’ के नारे के साथ अभिवादन किया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी 11 मई को नंदीग्राम के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद घायल हो गई थीं। फ्रैक्चर वाले पैर के साथ खड़े होकर राजनीतिक अभियान को समाप्त कर दिया। जैसे ही उसकी मैराथन रैलियों का अंतिम समापन हुआ, उसने जोर देकर कहा कि वह राष्ट्रगान के लिए खड़ी होगी। पार्टी के नेता सुब्रत बख्शी और डोला सेन ने ममता बनर्जी को व्हीलचेयर से उठने में मदद की और वह राष्ट्रगान के दौरान एक पैर पर खड़ी थीं। मुख्यमंत्री वहां पिछले दो दिनों से डेरा डाले हुई हैं। ममता नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं, जहां एक अप्रैल को मतदान होना है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं भवानीपुर से विधायक ममता ने इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जहां उनका मुकाबला उनके पूर्व सहयोगी एवं भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से है। विधानसभा क्षेत्र के भांगबेरा में अपने कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री के रवाना होने से कुछ पल पहले उन्हें अपने वाहन में बैठे देखा गया।
दरअसल, उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने यह सुनिश्चित किया कि भाजपा समर्थक उनके रास्ते में नहीं आएं। ममता का, नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कई रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। ममता को अतीत में जय श्री राम के नारे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते देखा गया है।
यहां भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ‘जय श्री राम’ का नारा लगाना कोई अपराध नहीं है क्योंकि देश भर के लोग भगवान राम के प्रति श्रद्धा रखते हैं। हालांकि, स्थानीय तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने दावा किया कि भाजपा शिकस्त मिलने की आहट सुनाई देने पर दूसरों को असहज करने के लिए सस्ते हथकंडों का सहारा ले रही है।
ममता ने यह भी आरोप लगाया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए सुरक्षा बलों की गाड़ियों से नकदी भी बांटी जा रही है और भाजपा राज्य की सत्ता में आने के लिए सभी मानदंडों को पार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘यह पीएम केयर्स फंड का पैसा है, यह नोटबंदी के दौरान जमा की गयी नकदी है। यह वह पैसा है, जिससे पीएसयू की बिक्री के बाद उनका खजाना भर गया है।’’
ममता ने आरोप लगाया, ‘‘ यह जनता का पैसा है जो उन्होंने लूटा था और अब हर मतदाता को 500 व 1000 रुपये दे रहे हैं। हमने चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित किया था लेकिन उसके बाद भी यह जारी है।" उन्होंने बासुलीचक में दूसरी बैठक में कहा, " नकदी बांटे जाने के पीछे भाजपा शासित राज्यों के कई मंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हैं।"
ममता ने बासुलिचक में सवाल किया, "केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफिले में 100 से अधिक कारें क्यों रहती हैं जबकि चुनाव के दौरान किसी काफिले में पांच से अधिक वाहनों की अनुमति नहीं है?" उन्होंने आरोप लगाया , ‘‘किसी को दूसरों की तुलना में अधिक विशेषाधिकार दिए जा रहे हैं।’’