पश्चिम बंगाल: पीएम मोदी ने हावड़ा ब्रिज के लाइट एंड साउंड शो का किया उद्घाटन, राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी हुईं शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 11, 2020 08:25 PM2020-01-11T20:25:10+5:302020-01-11T20:26:46+5:30
बता दें कि यह परियोजना कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ जश्न का हिस्सा है। यह नया शो पर्यटकों और मेट्रो शहर के लोगों के लिए एक आकर्षण बनने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (11 जनवरी) को पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद पीएम मोदी ने हावड़ा ब्रिज के लाइट ऐंड साउंड शो का उद्घाटन किया। पीएम मोदी के साथ लाइट ऐंड साउंड शो कार्यक्रम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सीएम ममता बनर्जी भी शामिल हुईं।
बता दें कि यह परियोजना कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ जश्न का हिस्सा है। यह नया शो पर्यटकों और मेट्रो शहर के लोगों के लिए एक आकर्षण बनने की उम्मीद है।
#WATCH West Bengal: Prime Minister Narendra Modi unveiled Dynamic Architectural Illumination with synchronised light & sound system of Rabindra Setu (Howrah Bridge) today, as a part of 150th anniversary celebrations of #Kolkata Port Trust pic.twitter.com/qzOFQBShJb
— ANI (@ANI) January 11, 2020
हावड़ा पुल को अंग्रेजों ने बनाया था और इसे 1943 में जनता के लिए खोला गया था। इस पुल ने उस पीपे के पुल का स्थान लिया था जो कोलकाता को हावड़ा से जोड़ता था। केपीटी ने 2018 में इस पुल के 75 वर्ष मनाये थे जिसे ‘गेटवे आफ कोलकाता’ के तौर पर जाना जाता है। पुल को 1965 में रवींद्र सेतु नाम दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के शीघ्र बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन की ओर से सीएए के खिलाफ आयोजित धरने में हिस्सा लिया। ममता बनर्जी ने सीएए के खिलाफ पार्टी के धरना में कहा कि सीएए सिर्फ कागज पर ही रहेगा, यह कभी लागू नहीं होगा, हम इसकी अनुमति नहीं देंगे।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को यहां राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब शहर भर में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन जारी हैं। बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री के शहर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचने के कुछ ही समय बाद दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही यह मुलाकात हुई।
यह बैठक तब हो रही है जब नया नागरिकता कानून प्रदेश में गतिरोध का नया बिंदु बनकर उभरा है। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी जहां इसके कट्टर विरोध में हैं वहीं भाजपा इसे लागू करने के लिये दबाव बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत शनिवार और रविवार को कोलकाता में होंगे व इस दौरान वह 12 जनवरी को कोलकाता बंदरगाह न्यास की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे।