पश्चिम बंगाल: पुरुलिया में हुई पालघर जैसी घटना; भीड़ ने साधुओं को नग्न कर बेहरमी से पीटा, BJP ने ममता सरकार को घेरा
By अंजली चौहान | Published: January 13, 2024 07:13 AM2024-01-13T07:13:13+5:302024-01-13T07:15:02+5:30
30 सेकंड के वायरल वीडियो क्लिप में कथित तौर पर साधुओं के एक समूह को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र करते और उन पर हमला करते देखा जा सकता है। अमित मालवीय ने सत्तारूढ़ टीएमसी सरकार की आलोचना की।
पुरुलिया: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में महाराष्ट्र के पालघर जैसी घटना सामने आई है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुरुलिया से आए वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ ने कुछ साधुओं को घेर रखा है और उन्हें सरेआम मार रहे हैं। भीड़ द्वारा साधुओं के कपड़ें फाड़ दिए गए और लोगों ने बेहरमी से उन्हें पीटा।
इस घटना का वीडियो शेयर कर बीजेपी ने ममता सरकार को घेरने का काम किया और मामले में कार्रवाई न करने के आरोप लगाए हैं। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, "ममता बनर्जी की बहरी चुप्पी पर शर्म आनी चाहिए! क्या ये हिंदू साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? यह अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है।"
Absolutely shocking incident reported from Purulia in West Bengal. In a Palghar kind lynching, sadhus traveling to Gangasagar for Makar Sankranti, were stripped and beaten by criminals, affiliated with the ruling TMC.
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 12, 2024
In Mamata Banerjee’s regime, a terrorist like Shahjahan Sheikh… pic.twitter.com/DsdsAXz1Ys
हालांकि, बंगाल से वायरल हो रहा यह वीडियो कब और किस दिन का है इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने शुक्रवार देर रात वीडियो पोस्ट पर टीएमसी सरकार पर निशाना साधा।
इस घटना की तुलना 2020 के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए अमित मालवीय ने लिखा, "पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से बिल्कुल चौंकाने वाली घटना सामने आई... मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा।"
यह दावा करते हुए कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है, भाजपा नेता ने कहा, "ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है।"
इस बीच, बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "पुरुलिया से चौंकाने वाली घटना; गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा, जो पालघर त्रासदी की तरह है। @ममताऑफिशियल के शासन में, शाहजहाँ जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है, जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है। पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है .बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा कि वह ''पुरुलिया घटना से नाराज हैं।'' क्रूर लिंचिंग का सामना करें। बंगाल में हिंदुओं के लिए एक गंभीर वास्तविकता। #बंगाल बचाओ।"
Outraged by the Purulia incident! Sadhus en route to Gangasagar brutally attacked—shocking evidence of deteriorating safety under TMC. Mamata's regime shields terrorists like Shahjahan Sheikh, while sadhus face brutal lynching. A grim reality for Hindus in Bengal. #SaveBengalhttps://t.co/0O6TJAbwqE
— Locket Chatterjee (@me_locket) January 12, 2024
हालांकि, इस घटना को लेकर टीएमसी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बता दें कि जिस शाहजहाँ शेख का जिक्र बीजेपी नेता ने किया है वह टीएमसी के कद्दावर नेता हैं और एक स्थानीय पंचायत नेता इस महीने की शुरुआत में बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम पर हुए हमले के बाद से कथित तौर पर फरार हैं, जब अधिकारियों ने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में राज्य में छापेमारी की है।
ईडी के अधिकारी शाहजहां शेख और एक अन्य स्थानीय टीएमसी नेता शंकर आध्या की संपत्तियों पर छापेमारी करने के लिए इलाके में पहुंचे थे, उन पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया, कुछ अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की गई और उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस घटना में कम से कम तीन ईडी अधिकारी घायल हो गए।
2020 पालघर मॉब लिंचिंग
16 अप्रैल, 2020 को, महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक निगरानी समूह ने कथित तौर पर बच्चों के अपहरणकर्ता और अंग निकालने वाले होने के संदेह में दो साधुओं की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
साधु सूरत में एक अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे तभी पालघर के एक आदिवासी गांव गढ़चिंचल में ग्रामीणों के एक समूह ने उनके वाहन को रोका और उन पर पत्थरों, लकड़ियों और कुल्हाड़ियों से हमला किया। घटना के संबंध में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था।