नागरिक संशोधन विधेयक (सीएबी) के लोकसभा और राज्य सभा से पास होने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में हो रहे विरोध के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ममता बनर्जी ने सीएबी और एनआरसी पर अपने पार्टी के नेताओं की बैठक 20 दिसंबर को बुलाई है। सीएबी पास होने पर बुधवार को असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी प्रदर्शन हुए।
हालात यहां तक हो गये कि त्रिपुरा और असम में कुछ जगहों पर सेना की तैनाती करनी पड़ी। त्रिपुरा सहित असम के 10 जिलों में इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगाई गई है। बहरहास, ममता बनर्जी ने बुधवार को भी केंद्र सरकार पर बिना नाम लिए निशाना साधा। टीएमसी इस विधेयक के खिलाफ है।
ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य की प्रकृति विविधता में एकता की है और यहां के लोग जाति, पंथ और धर्म के आधार पर नहीं बंटे हुए हैं। नागरिक संशोधन विधेयक में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।
बनर्जी ने बुधवार को बंगाल व्यापार सम्मेलन में कहा, 'राज्य की आत्मा के मूल में विविधता में एकता है और हम लोगों को जाति, पंथ और धर्म के आधार पर नहीं बांटते। हम एकजुट रहने में विश्वास करते हैं। हम एक परिवार हैं और यहां रह रहा कोई भी नहीं कह सकता है कि वह वंचित है।'