कोलकता, 28 मार्च; पश्चिम बंगाल श्यामा प्रसाद मुखर्जी और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ के बाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की प्रतिमा को तोड़ा गया है। रामनवमी की रैली में भड़की हिंसा के बाद अबुल कलाम आजाद की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ की गई है। यह रैली टीएमसी के नेताओं द्वारा कराई गई थी।
घटना रविवार 25 मार्च की है। कोलकता के 40 किलोमीट दूर भातापारा इलाके की है। रामनवमी को हुई इस हिंसा में एक शख्स की मौत भी हो गई थी। खबरों के मुताबिक उपद्रवियों द्वारा अबुल कलाम की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के बाद हिंसा भड़की है। गौरतलब है कि रामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में हिंसा हुई थी। जिसका मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा विरोध किया था।
गौरतलब है कि प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ का मामल त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को तोड़ने के बाद से शुरू हुआ है। लेनिन की मूर्ति के बाद तमिलनाडु में पेरियार, कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, केरल में महात्मा गांधी, यूपी में अंबेडकर के बाद भगवान हनुमान की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ हुई थी।