पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां और उम्मीदवार अपनी तैयारी में जुटे हैं। इस चुनाव में एक बेहद दिलचस्प उम्मीदवार कलिता माझी भी अपना भाग्य आजमाने मैदान में उतरी हैं। उन्हें बीजेपी ने पूर्व बर्धमान जिले के आउसग्राम विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
कलिता माझी का चुनावी मैदान में उतरना दिलचस्प क्यों है, इसकी एक अहम वजह है। दरअसल, वे अपना परिवार चलाने के लिए लोगों के घरों में काम करती हैं। वे चार घरों में जाकर काम करती हैं और महीने का 2500 रुपये कमा पाती हैं।
हालांकि, साथ ही सक्रिय राजनीति में भी वे पांच साल से बनी हुई हैं। उनकी जिंदगी में नया मोड़ उस समय आया जब बीजेपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार टिकट मिलने के बाद अब उन्होंने घरों में काम करने से एक महीने की छुट्टी ले ली है और पूरा ध्यान चुनाव प्रचार पर लगा रही हैं। कलिता माझी बताती हैं, 'मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि मुझे ये मौका मिलेगा। अब मैं प्रचार पर ध्यान दे रही हूं और जिनके लिए मैं काम करती थी, उन्होंने भी मुझे जाकर प्रचार करने और चुनाव में जीत हासिल करने को कहा है।'
कलिता माझी का मानना है कि चूकी वे बतौर मेड काम करती हैं इसलिए आम लोगों और अपने इलाके के गरीब लोगों की परेशानियों को अच्छे से समझती हैं। इनके परिवारवाले और पड़ोसियों को उम्मीद है कि अगर कलिता माझी जीत हासिल करती हैं तो विकास के काम करेंगी।
इलाके का मुख्य मुद्दा एक बेहतर अस्पताल बनाने का है ताकि गांव के लोगों को इलाज के लिए हमेशा बर्धमान नहीं जाना पड़े। इसके अलावा रोजगार के अवसर पैदा करना और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने जैसे मुद्दे भी शामिल हैं।
पति करते हैं प्लंबर का काम
कलिता मांझी के पति प्लंबर का काम करते हैं और बेटा आठवीं क्लास में पढ़ रहा है। कलिता के बेटे पार्थ माझी ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि वो चुनाव लड़ रही है। मैं चाहता हूं कि वो जीते।'
वहीं, कलिता की सास संदा माझी ने भी बहू पर गर्व जताते हुए कहा कि अगर वो जीत जाती है तो गांव की काया बदल जाएगी। बता दें कि बीजेपी ने पहली बार इस सीट से किसी उम्मीदवार को उतारा है। इससे पूर्व में यहां टीएमसी की जीत होती रही है।