कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के दौरान ड्यूटी पर मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के निकटतम परिजन को पश्चिम बंगाल सरकार नौकरी देगी। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक राज्य सरकार के 12 कर्मचारियों की मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के दौरान ड्यूटी का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले राज्य के सरकारी कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी देगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राज्य सरकार के कम से कम 12 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। बनर्जी ने कहा कि राज्य सरकार मृत कर्मचारियों- चिकित्सकों, पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों को मरणोपरांत पदक और प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित भी करेगी।
पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन की अवधि 19 जुलाई तक बढ़ा दी
पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को निषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन की अवधि 19 जुलाई तक बढ़ा दी। गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की वजह से घोषित निषिद्ध क्षेत्र में लॉकडाउन की अवधि 15 जुलाई से बढ़कार 19 जुलाई कर दी गई है।
गृह विभाग ने बताया कि ये निषिद्ध क्षेत्र कोलकाता में और उसके आसपास के इलाकों में स्थित है। इसके अलावा जलपाईगुड़ी, मालदा, कूच बिहार, रायगंज और सिलिगुड़ी में निषिद्ध क्षेत्र हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर नौ जुलाई की शाम पांच बजे से निषिद्ध क्षेत्रों में पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया था।
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से 24 और लोगों की मौत होने के बाद राज्य में इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या 980 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इस अवधि में कोरोना वायरस से 1,390 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिन्हें मिलकार अबतक राज्य में 32,838 लोग इस महमारी की चपेट में आ चुके हैं।
विभाग द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, इस समय राज्य में 11,927 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि सोमवार से अबतक 718 मरीज ठीक हुए हैं। बुलेटिन के मुताबिक, 24 घंटे में 11,102 नमूनों की जांच की गई है।