वी जी सिद्धार्थ की मौत ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’, देश में हालात ठीक नहींः ममता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 31, 2019 06:47 PM2019-07-31T18:47:25+5:302019-07-31T18:47:25+5:30
उन्होंने कहा कि यह घटना ऐसे समय हुई है जब विपक्षी पार्टियों को खरीद-फरोख्त और राजनीतिक प्रतिशोध का डर लगा रहता है। बनर्जी ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘ मैं कॉफी कैफे डे के मालिक वी जी सिद्धार्थ से जुड़ी हुई घटनाओं से स्तब्ध हूं। यह वास्तव में बहुत दुखद है और दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीसीडी के मालिक वी जी सिद्धार्थ की मौत को ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार हुए दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि कॉफी क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी ‘विभिन्न एजेंसियों के उत्पीड़न’ से परेशान होने की वजह से कारोबार नहीं कर पा रहे थे और अंत में उन्होंने हर उम्मीद छोड़ दी। मुख्यमंत्री ने इस घटना को व्यापारियों के देश छोड़कर बाहर जाने पर विचार करने से भी जोड़ा।
उन्होंने कहा कि यह घटना ऐसे समय हुई है जब विपक्षी पार्टियों को खरीद-फरोख्त और राजनीतिक प्रतिशोध का डर लगा रहता है। बनर्जी ने बुधवार को एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘ मैं कॉफी कैफे डे के मालिक वी जी सिद्धार्थ से जुड़ी हुई घटनाओं से स्तब्ध हूं। यह वास्तव में बहुत दुखद है और दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
West Bengal Chief Minister, Mamata Banerjee: If all industrialists leave the country like this or commit suicide, don't you think it is a dangerous signal for the country? I'm feeling sad today because it should not be the future of the industry or agriculture. pic.twitter.com/Dpbk2CJfO7
— ANI (@ANI) July 31, 2019
बनर्जी ने लिखा, ‘‘ उन्होंने जो भी (अपने पत्र में) कहा, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह विभिन्न एजेंसियों के दबाव और उत्पीड़न से बेहद अवसाद में थे तथा इस वजह से शांतिपूर्ण तरीके से अपना कारोबार नहीं चला पाए।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें विभिन्न सूत्रों से जानकारी मिली है कि उद्योग क्षेत्र के दिग्गज काफी दबाव में हैं और उनमें से कुछ देश छोड़ चुके हैं तथा कुछ देश छोड़ने की इच्छा रखते हैं।
सभी विपक्षी पार्टियों को खरीद-फरोख्त और राजनीतिक प्रतिशोध का डर है। मुख्यमंत्री ने सिद्धार्थ के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि ऐसे समय जब 2018-19 की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि में भारी गिरावट हुई और बेरोजगारी अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गयी तो केंद्र सरकार सरकारी संपत्तियों में विनिवेश करने पर विचार कर रही है।
उन्होंने केंद्र सरकार से शांतिपूर्ण तरीके से लोगों की मदद के लिए काम करने की अपील की। ‘कैफे कॉफी डे’ के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ का शव बुधवार को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी में मिला। सिद्धार्थ सोमवार से लापता थे। उनका शव उल्लाल के पास नदी किनारे आ गया था और स्थानीय मछुआरों ने उसे निकाला।
सिद्धार्थ की जान लेने वाले अदृश्य हाथों का पता लगाया जाए: कांग्रेस
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने बुधवार को कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ की मौत की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुये कहा, ‘‘उनका जीवन लेने वाले अदृश्य हाथों’’ का पता लगाया जाना चाहिये। पार्टी ने मामले को ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण‘‘ बताया है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने कहा कि सिद्धार्थ की मौत ‘‘रहस्यपूर्ण और दुखद‘‘ दोनों है। उन्होंने कहा कि उनकी इस दुखद मौत की वजह बने लोगों का निष्पक्ष जांच के माध्यम से पता लगाया जाना चाहिये।
कांग्रेस की राज्य इकाई ने सोशल मीडिया में जारी बयान में कहा है कि यह घटना आयकर अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और भारत की उद्यमशीलता की स्थिति में गिरावट, कर आतंक और अर्थव्यवस्था के पतन का नतीजा है। संप्रग के शासनकाल में फलने-फूलने वाली कंपनियां बंद हो गई हैं और कई लोग बेरोजगार हो गए हैं।
कांग्रेस का इशारा सिद्धार्थ के लिखे पत्र की ओर था। कांग्रेस के प्रवक्ता ब्रजेश कलप्पा ने कहा कि उन्हें कर आतंकियों ने निर्दयतापूर्वक मार डाला। गौरतलब है कि ‘कैफे कॉफी डे’ के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ का शव बुधवार को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावती नदी से बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि सिद्धार्थ सोमवार से लापता थे और 36 घंटों की गहन तलाश के बाद उनका शव बरामद हुआ।