पश्चिम बंगाल: बीजेपी ने 12 घंटे के बंद का किया आह्वान, सांसद अर्जुन सिंह के पिटाई के विरोध में फूटा कार्यकर्ताओं का गुस्सा
By स्वाति सिंह | Updated: September 2, 2019 08:49 IST2019-09-02T08:34:16+5:302019-09-02T08:49:51+5:30
रविवार को पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में श्यामनगर रेलवे स्टेशन पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने गाड़ी में तोड़-फोड़ की।

बीजेपी ने सोमवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बैरकपुर में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।
पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। दरअसल, रविवार को उत्तर 24 परगना जिले में श्यामनगर रेलवे स्टेशन पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने गाड़ी में तोड़-फोड़ की। इस घटना में अर्जुन सिंह के सिर में चोट लग गई।
इस घटना के बारे में अर्जुन सिंह ने बताया, 'वे हमारे पार्टी कार्यालय पर कब्जा करना चाहते थे। जब मैं चेक करने पहुंचा तो मेरी कार तोड़ दी गई। मौके पर पुलिस भी मौजूद थी।' अर्जुन सिंह की कार पर हमले के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया जिससे कई लोग घायल हो गए। अर्जुन सिंह ने बताया, 'ये शांतिपूर्ण प्रदर्शन था। पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने मेरे सिर पर लाठीचार्ज कर दिया। मुझे गालियां दी। मेरे घर पर भी हमला किया गया।'
अर्जुन सिंह पहले टीएमसी नेता थे। तृणमूल कांग्रेस विधायक रहे अर्जुन सिंह 14 मार्च 2019 को बीजेपी में शामिल हुए थे। पार्टी ने इन्हें बैरकपुर लोकसभा सीट से दिनेश त्रिवेदी के खिलाफ उतारा। यह क्षेत्र मुख्य रूप से हिंदी भाषी हिंदी भाषी लोगों का वर्चस्व वाला है। अर्जुन सिंह ने कड़े मुकाबले में त्रिवेदी को 14857 वोटों से हराया।
West Bengal: Bharatiya Janata Party (BJP) has called for a 12-hour bandh today in Barrackpore, North 24 Parganas district from 6 am to 6 pm, to protest against the attack on party's MP Arjun Singh yesterday. pic.twitter.com/MuDKt5wprn
— ANI (@ANI) September 2, 2019
25 जुलाई को हुआ था घर पर हमला
अर्जुन सिंह के आवास पर 25 जुलाई की रात को बम फेंके गए और गोलीबारी भी की गई। उत्तरी 24 परगना जिले में जगतदल पुलिस थाने की सीमा के अंतर्गत हुई इस घटना पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। लोकसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान भी बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने खुद पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के द्वारा हमले का आरोप लगाया था।