कोलकाताः पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 2021 में है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर ने भाजपा पर हमला किया है।
बंगाल में राजनीति तेज हो गई है। टीएमसी सहित कई पार्टी के 11 विधायक शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद से सियासी हलचल और तेज हो गई है। भाजपा के कई बड़े नेता राज्य में दौरा कर रहे हैं।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को ट्विटर पर दावा किया कि पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को दो अंक का आंकड़ा पार करने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने किशोर को अपना चुनावी रणनीतिकार बनाया है। किशोर ने कहा कि यदि भाजपा दो अंकों से अधिक सीट प्राप्त कर लेती है तो वह ट्विटर छोड़ देंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, “समर्थक मीडिया के एक वर्ग द्वारा बढ़ा-चढ़ा कर बनाए गए माहौल के विपरीत पश्चिम बंगाल में भाजपा को दो अंक का आंकड़ा पार करने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी।” उन्होंने कहा, “कृपया यह ट्वीट सुरक्षित कर लीजिये और अगर भाजपा इससे अच्छा प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा।”
किशोर के ट्वीट के जवाब में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल के चुनाव के बाद देश एक चुनावी रणनीतिकार खो देगा। विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, “बंगाल में भाजपा की सुनामी को देखते हुए एक बार नई सरकार बन गई, तो देश एक चुनावी रणनीतिकार को खो देगा।”
क्या ममता बनर्जी ने टीएमसी को प्रशांत किशोर और उनकी टीम के पास गिरवी रख दिया है: कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि क्या उन्होंने आत्म विश्वास खो दिया है और अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर तथा उनकी टीम के पास ''गिरवी'' रख दिया है।
उन्होंने कहा कि टीएमसी के पुराने नेता उसे छोड़ रहे हैं और राज्य की जनता भी ऐसा ही कर रही है। विजयवर्गीय ने कहा, ''कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति अब टीएमसी में नहीं रह सकता क्योंकि अब इसकी लगाम 'भाइपो' (ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक) के हाथों में चली गई है।''
भाजपा नेता ने पूर्वी मिदनापुर के रामनगर में रैली में कहा, ''मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि क्या उन्होंने आत्म-विश्वास खो दिया है और पार्टी को पीके (प्रशांत किशोर) कंपनी के पास गिरवी रख दिया है।'' दरअसल, किशोर के संगठन इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आई-पैक) को पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी ने विधानसभा चुनाव 2021 के लिये उसकी रणनीति तैयार करने का जिम्मा सौंपा है, जिसके संदर्भ में विजयवर्गीय ने यह बात कही।
उधर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी टीएमसी पर उसकी “घरेलू और बाहरी” की राजनीति के लिये निशाना साधते हुए कहा कि वह देशवासियों के मन में राज्य को लेकर संदेह पैदा कर रही हैं। उन्होंने दावा किया कि बाहरी लोगों का विरोध करने की टीएमसी की “संकीर्ण राजनीति” से अन्य राज्य में काम कर रहे बंगालियों को मुश्किल हो रही है।
घोष ने पूछा कि दूसरे राज्यों में काम कर रहे बंगालियों को वहां से बाहरी कहकर वापस भेज दिया गया तो क्या टीएमसी उन लाखों प्रवासी कामगार बंगालियों को रोजगार और सुरक्षा उपलब्ध करा पाएगी। राज्य के नाम पश्चिम बंगाल का संदर्भ देते हुए उन्होंने यहां प्रदेश पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “क्या टीएमसी ने यह सोचना शुरू कर दिया है कि यह क्षेत्र पश्चिम बांग्लादेश बन गया है? क्या हमें इस क्षेत्र में आने के लिये वीजा की जरूरत होगी?”