मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा में नए मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत बनाए गए हैं। उन्होंने सोमवार आधी रात के बाद दो बजे शपथ ग्रहण की। उनके साथ महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के सुदीन धवलीकर और गोवा फॉरवर्ड के विजय सरदेसाई ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। अब भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकार को बुधवार (20 मार्च) अपना बहुमत सिध्द करना होगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि वह बुधवार को फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए जाएंगे और इस सरकार में 2 डिप्टी सीएम होंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मेरा सभी लोगों से अनुरोध है कि 7 दिनों का शोक होने की वजह से मेरा फूल या बधाई देकर स्वागत न करें।
इससे पहले सावंत अब तक गोवा विधानसभा के स्पीकर थे। वह उत्तरी गोवा स्थित सैनक्तिवलम विधानसभा सीट से विधायक हैं। पिछले वर्ष सितंबर में कांग्रेस ने प्रमोद सावंत को विधानसभा अध्यक्ष के पद से हटाने का नोटिस भी दिया था। प्रमोद का नाम बीते 2-3 दिनों से मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में था। इससे पूर्व, राज्य में तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में सोमवार को दिनभर मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर मंथन होता रहा।
गोवा के नए मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत का राजनीतिक करियर कोल्हापुर से ही शुरू हुआ था, जब वे यहां मेडिकल शिक्षा ले रहे थे। उसी समय उन्होंने जनरल सेक्रेटरी (जी.एस.) पद का चुनाव जीत कर अपने नेतृत्व गुणों का परिचय दे दिया था। बारहवीं तक गोवा में पढ़ाई करने के बाद सावंत ने आगे की शिक्षा के लिए 1991 में कोल्हापुर के रंकालवेश दुधाली क्षेत्र में स्थित गंगा आयुर्वेदिक कॉलेज में एडमिशन लिया था। उस समय वे रंकाला क्षेत्र में किराये से रहते थे। वे 2012 में पहली बार साखली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी की टिकट पर चुने गए। उस समय कोल्हापुर के उनके 1997 के बैच ने उनका सत्कार किया था। उसके बाद वे दूसरी बार विजयी हुए और विधानसभा स्पीकर बने।