पटनाःबिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा ने विधानसभा के बाहर और अंदर जमकर हंगामा किया। सदन के शुरू होते ही भाजपा विधायक वेल में पहुंच गए और वेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।
इस बीच विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि जनता ने आप लोगों को इसलिये सदन में नहीं भेजा है कि आप हंगामा करें। भाजपा विधायकों को पहले आसन की ओर से अपने अपने जगह पर जाने को कहा गया। लेकिन जब उनका हंगामा जारी रहा तो विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शलों ने जीवेश मिश्रा और इंजीनियर शैलेन्द्र को ने सदन से बाहर कर दिया।
जिसके बाद सदन में मौजूद तमाम भाजपा विधायकों ने वॉकआउट कर दिया और सदन के पोर्टिको में धरने पर बैठ गए। बिना विपक्ष पहली बार मानसून सत्र में प्रश्न काल पूरा हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन से निकल गए। 12:45 तक सदन की कार्यवाही विपक्ष के बिना ही चली। इसके बाद अध्यक्ष ने सभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
दरअसल, आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने नीतीश सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरते हुए आसन के समक्ष वेल में आकर प्रदर्शन करना शुरू किया। भाजपा विधायक कुर्सी पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। भाजपा विधायक लगातार सदन में तानाशाही नहीं चलेगी, गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगा रहे थे।
इस पूरे प्रकरण के बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने घोषणा की और कहा कि जिन लोगों ने सदन के अंदर कुर्सियां तोड़ी हैं या गलत आचरण किया है, वीडियो के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने गंभीर आपत्ति जताई।
वहीं, सदन में हो रहे हंगामा पर पहले संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपनी आपत्ति जताई। विजय चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को पूरे हंगामे पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्य लगातार सदन का अपमान कर रहे हैं। सदन की मर्यादा का हनन कर रहे हैं।
भाजपा के सदस्यों का सदन में कुर्सी चलाना, टेबल पलटना, मार्शल से भिड़ना उचित नहीं है। सरकार चाहती है कि आप उचित कार्रवाई करें। इस पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि भाजपा के सदस्य विपक्ष के रूप में जिस तरह का आचरण कर रहे हैं, वह उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता से कोई मतलब नहीं है। इसी कारण इस प्रकार का अमर्यादित आचरण सदन में किया जा रहा है। इसी दौरान उन्होंने भाजपा सदस्यों को वेल से बाहर निकालने का निर्देश दिया। जिसके बाद भाजपा को दो विधायक जीवेश मिश्रा और इंजीनियर शैलेन्द्र को मार्शल ने टांगकर सदन से बाहर कर दिया।