अब तक पिता लालू प्रसाद की छाया से बाहर नहीं निकल पाए तेजस्वी, तेज प्रताप यादव ने कहा-जिस दिन अलग पहचान बना लेंगे, मैं स्वयं ‘जननायक’ कहूंगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 25, 2025 19:47 IST2025-10-25T19:46:09+5:302025-10-25T19:47:13+5:30
तेज प्रताप ने मेडिकल कॉलेज की स्थापना को अपनी उपलब्धि बताते हुए वादा किया कि क्षेत्र में एक ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम’’ बनवाया जाएगा, जिसमें भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच भी आयोजित कराया जाएगा।

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पटनाः पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने शनिवार को कहा कि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव अब तक पिता लालू प्रसाद की छाया से बाहर नहीं निकल पाए हैं। हसनपुर के विधायक तेज प्रताप ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित किए जाने के बाद जनशक्ति जनता दल का गठन कर लिया था। समर्थकों द्वारा तेजस्वी को ‘जननायक’ कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि ‘जननायक’ की उपाधि राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर जैसे महापुरुषों से जुड़ी है। तेज प्रताप ने कहा, ‘‘लालू प्रसाद भी इस उपाधि के योग्य हैं, लेकिन तेजस्वी की पहचान अभी भी अपने पिता पर टिकी है।
“मैं RJD में वापस जाने के बजाय मरना पसंद करूंगा”
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◆ जनशक्ति जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव ने कहा @yadavtejashwi | Tej Pratap Yadav #teamtejpratappic.twitter.com/J3QmncGNlE
जिस दिन वह अपनी अलग पहचान बना लेंगे, मैं स्वयं उन्हें ‘जननायक’ कहने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा।’’ इस बार हसनपुर से अलग महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे तेज प्रताप ने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव परिणाम चाहे जो हों, वह न तो पिता की पार्टी में लौटेंगे और न ही किसी अन्य दल में शामिल होंगे। उन्होंने महुआ में अपनी जीत का पूरा विश्वास जताते हुए कहा कि यहां उनका ‘‘कोई मुकाबला नहीं’’ है।
तेज प्रताप ने मेडिकल कॉलेज की स्थापना को अपनी उपलब्धि बताते हुए वादा किया कि क्षेत्र में एक ‘‘अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम’’ बनवाया जाएगा, जिसमें भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच भी आयोजित कराया जाएगा। राजद ने महुआ सीट से मौजूदा विधायक एवं तेजस्वी के करीबी माने जाने वाले मुकेश रौशन को उम्मीदवार बनाया है।
राजद में वापसी से बेहतर मौत चुनूंगा : तेज प्रताप यादव
बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को कहा कि वह ‘‘राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में लौटने से बेहतर मौत को चुनेंगे’’। कुछ महीने पहले उनके पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। तेज प्रताप ने 'पीटीआई-वीडियो' को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने नयी पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ (जेजेडी) बनाई है और वह महुआ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
यह वही सीट है, जहां से उन्होंने 2015 में पहली बार चुनाव लड़ा था। तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई और महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर भी अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘‘सत्ता उसी को मिलती है जिसे जनता का आशीर्वाद प्राप्त हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं राजद में लौटने से बेहतर मौत को चुनूंगा। मैं सत्ता का भूखा नहीं हूं।
"महुआ में स्टेडियम बनाकर भारत पाक का मैच करवाएंगे"
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◆ J.J.D प्रमुख Tej Pratap Yadav ने कहा#TejPratapYadav | Tej Pratap Yadav | #RJD | #INDvsPAKpic.twitter.com/2rUaj3ePSl
मेरे लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सर्वोपरि है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘मेरे लिए सबसे बड़ी बात जनता की सेवा करना है। मैं ईमानदारी से ऐसा करता हूं और लोग मुझसे प्यार व भरोसा करते हैं।’’ महुआ क्षेत्र से अपने पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए तेज प्रताप ने कहा, ‘‘मैं राजनीति में आने से बहुत पहले से इस क्षेत्र से जुड़ा रहा हूं।
तेज प्रताप का भाई @yadavtejashwi पर फिर से बड़ा हमला
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कहा - 'जननायक कर्पूरी हैं। लोहिया हैं। तेजस्वी नहीं, वो हमारे पिता के बूते हैं। जब वो अपने बूते आएंगे तब हम उन्हें जननायक कहेंगे।
तेज प्रताप ने कहा - मैं @RJDforIndia पार्टी में नहीं हूं। ना कभी लौटूंगा।@TejYadav14pic.twitter.com/zpQtRbTfWJ
लोग कहते हैं कि जब मैं विधायक था तब वे खुश थे क्योंकि उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाता था। अब वे कहते हैं कि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।’’ तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि वे मौजूदा राजद विधायक मुकेश रौशन को किसी बड़ी चुनौती के रूप में नहीं देखते। मुकेश को तेजस्वी का करीबी माना जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेज प्रताप ने नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी दिवंगत दादी मरिचिया देवी की तस्वीर लगाई थी। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘बिलकुल, उन्हीं के आशीर्वाद से मेरे पिता राजनीति में आगे बढ़े थे।’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने माता-पिता से भी आशीर्वाद लिया है, तो उन्होंने कहा, ‘‘काफी समय से हमारी बात नहीं हुई है, लेकिन मैं जानता हूं कि उनका आशीर्वाद मेरे साथ है।’’ अपने भाई तेजस्वी के साथ पुराने रिश्ते को याद करते हुए तेज प्रताप ने कहा, ‘‘वह मेरा छोटा भाई है। उस पर मेरा आशीर्वाद हमेशा रहेगा।
मैं उस पर सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता।’’ तेजस्वी को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में तरह-तरह की घोषणाएं होती रहती हैं, लेकिन सत्ता वही पाता है जिसे जनता का आशीर्वाद मिलता है।’’ हालांकि उन्होंने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को भी आड़े हाथों लिया और कहा, ‘‘लोग अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की नापाक साजिशों में नहीं आने वाले हैं।’’ अपनी नयी पार्टी जेजेडी के चुनाव चिन्ह का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कुछ भी अलग नहीं है।
महुआ की जनता मेरा परिवार है। मैं अब अपनी पार्टी के तहत चुनाव लड़ रहा हूं, जिसका चुनाव चिन्ह ‘ब्लैकबोर्ड’ है।’’ उन्होंने अपने साथ मौजूद एक बुजुर्ग व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘यह स्वतंत्रता सेनानी हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी को अपनी आंखों से देखा है। इससे बड़ी प्रेरणा मुझे क्या चाहिए?’’ जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर पर टिप्पणी करते हुए तेज प्रताप ने कहा, ‘‘वह मूल रूप से व्यापारी हैं। वे संसाधन जुटाकर पार्टियों का प्रचार अभियान चलाते हैं। वही काम वे अब भी कर रहे हैं।’’