Bihar Politics News: बिहार में लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर सियासी पारा गर्म है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर आपराधिक घटनाओं को लेकर नीतीश सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर बुधवार को 105 घटनाओं का आंकड़ा पेश कर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि वह अपराध का बुलेटिन हमेशा जारी करते हैं। बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहा है। सरकार इस पर कोई संज्ञान नहीं लेती। कोई पूछने वाला भी नहीं है। जो पीड़ित परिवार के लोग हैं, उनके घर कोई जाता भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे लगातार इन बातों को उठाते हैं। तेजस्वी ने कहा कि हम खुद घटना स्थल पर जाते हैं अधिकारियों से बात करते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होता है। शुरू दिन से कहते रहे हैं, इन लोगों से कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। उन्होंने लिखा है कि रूह को झकझोरने वाले विगत चंद दिनों के आपराधिक आंकड़े!
अगर इन डरावनी घटनाओं के भयावह आंकड़े देखकर भी आपको बिहार में सब सही दिखाई दे रहा है तो मतलब सब ठीक नहीं है। वहीं, तेजस्वी यादव के आरोपों पर केन्द्रीय मंत्री एवं हम के संरक्षक जीतन राम मांझी ने बुधवार को पलटवार करते हुए कहा कि जो अपराध की बात करते हैं, पहले उन्हें अपनी सरकार के रिकॉर्ड को देखना चाहिए।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि तेजस्वी यादव को साल 2005 से पहले का आंकड़ा निकलवाना चाहिए, जब उनके माता-पिता राज्य के मुख्यमंत्री थे। उसके बाद उन्हें आज की बात करनी चाहिए। उस समय मुख्यमंत्री आवास में अपराधियों के साथ समझौता होता था। लेकिन, अपराध होता भी है तो उन पर सबसे पहले कार्रवाई होती है।
मांझी ने बंगाल में दुष्कर्म की घटना के बाद विधानसभा में पारित किए गए कानून पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बंगाल सरकार ने बिल लाकर एक दिखावा किया है। ममता बनर्जी को तो अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मैंने बार-बार कहा है कि एक महिला के साथ दुराचार हुआ है। बंगाल सरकार ने जो कानून पास किया है, इसमें आजीवन सजा की बात की गई है। लेकिन, इस कानून में सजा के बजाए फांसी देने का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने अपराधियों को बचाने के लिए इस कानून में अपराध को कम करके पेश किया है।
वहीं, जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर अभी हवा में हैं, लेकिन आने वाले समय में पता चलेगा कि वह कहां जाएंगे? गिरिराज सिंह के मुसलमानों की आबादी बढ़ने वाले बयान पर जीतन राम मांझी ने कहा कि भारत के सभी लोग एक हों, इस पर हम विश्वास करते हैं। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, मैं सबका साथ होने की बात करता हूं। सबको मिलकर रहना चाहिए और उन्हें इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।