गैर कानूनी गतिविधि निवारण में संशोधन के लिए लाये गये यूएपीए विधेयक पर राज्यसभा में गर्मागरम बहस हुई। इसके बाद इस बिल को पारित करने के लिए वोटिंग करवाई गई। वोटिंग के दौरान शोर मचा रहे कुछ सांसदों को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने फटकार लगाई है। नायडू ने कहा कि यह शांत रहिए। बाहर कैमरा इंतजार कर रहा है। आपको जो बोलना है वो बाहर बोलने के लिए स्वतंत्र हैं।
कांग्रेसी नेताओं के आरोपों का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह का गुस्सा जायज है, वो चुनाव हारे हैं। उन्होंने कहा कि यूएपीए बिल को लेकर विपक्ष में डर क्यों हैं। कांग्रेस ने आतंक को धर्म से जोड़ा है।
दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में कहा था कि हमें बीजेपी की नीयत पर शक है। कांग्रेस ने आतंक पर कभी भी समझौता नहीं किया इसलिए हम इस कानून को लाए थे। ये बीजेपी थी जिसने आतंक पर समझौता किया। एकबार रुबैया सईद की छोड़ने के दौरान दूसरा मसूद अजहर को छोड़ने के दौरान।
जद-यू के रामनाथ ठाकुर ने कहा कि एनआईए को अधिकारसम्पन्न बनाने का सरकार का कदम उचित है। उन्होंने कहा कि एनआईए को इतनी शक्ति दें कि वह अमेरिका के एफबीआई की तरह का काम कर सके। उन्होंने कहा कि पूरे देश में सहयोगी संघीय व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए किसी अपराध की जांच को सुनिश्चित करना चहिये और एक समयसीमा के भीतर ऐसे मामलों को निपटाया जाना चाहिये।