लखनऊ, 30 सितंबर: यूपी की राजधानी लखनऊ में एप्पल कंपनी में मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मारकर हत्या मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने विवेक की पत्नी से फोन पर बात की और उन्हें सभी प्रकार से मदद करने का आश्वासन भी दिया। विवेक तिवारी की हत्या के बाद पत्नी ने योगी से सीधे तौर पर यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठाया था। उन्होंने अपने पति की हत्या का जवाब सीधा सीएम योगी से मांगा था। इसके बाद आज सीएम ने फोन पर पत्नी से बात की।
फोन पर बात करते हुए विवेक की हत्या की पर संवेदना व्यक्त करते हुए पत्नी से कहा कि सरकार द्वारा परिवार की हर संभव मदद किया जाएगा। इसके अलावा उनका परिवार जब चाहें उनसे मिल सकता है।
इससे पहले विवेक की पत्नी ने ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर इंसाफ की मांग की थी। कल्पना में चिट्ठी में लिखा, 'मेरे पति की हत्या की जांच पुलिस से ना करवा कर सीबीआई द्वारा करवाई जाए ताकि न्याय मिल सके।' इसके अलावा उन्होंने पुलिस विभाग में एक नौकरी और कम से कम एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है।इसके बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या उनकी पत्नी से मिलने पहुंचे थे।
सीएम योगी ने बताया दुखद हत्याकाण्ड
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विवेक तिवारी हत्याकाण्ड एक दुखद घटना है और उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को भविष्य में स्वीकार नही करेगी ।
उन्होंने कहा कि इस मामले मे कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच लखनऊ परिक्षेत्र के आई जी सुजीत पाण्डेय के नेतृत्व में एसआईटी को सौंपी गयी है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस घटना की तह तक जायेगी और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो, इसके लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं । हमारी सवेदनायें पीडित परिवार के साथ है और सरकार इस परिवार को हर तरह का सहयोग देगी ।
जानें क्या है पूरा मामला
विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सना खान की शिकायत के मुताबिक शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थी। गोमतीनगर विस्तार के पास गाड़ी खड़ी थी तभी दो पुलिस वाले आए। विवेक ने दरकिनार करते हुए बचकर निकलने की कोशिश की। सना ने आरोप लगाया कि इस दौरान कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक पर गोली चला दी। गाड़ी की विंडशील्ड तोड़ते हुए गोली विवेक के गले में जा धंसी।
इसके बाद विवेक की कार अंडरपास के पिलर से जा टकराई। इससे भी गहरी चोटें आई हैं। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
वहीं आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी का कहना है, 'मैंने उसे गोली नहीं मारी है, वो गलती से लग गई थी, उसने कहा कि मृतक ने अपनी गाड़ी से मुझे दो बार टक्कर मारी लेकिन जब तीसारी बार टक्कर मारी तो मुझे गोली चलाना पड़ा।' सिपाही प्रशांत चौधरी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सीएम योगी के कहने पर उसकी प्राथमिकी पंजीकृत नहीं की जा रही है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम का गठन किया गया है।
(भाषा से इनपुट)