'संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की जुबान नियंत्रित होनी चाहिये', कोर्ट की टिप्पणी के बहाने तेजस्वी पर बरसे विजय कुमार सिन्हा
By एस पी सिन्हा | Published: October 18, 2022 05:42 PM2022-10-18T17:42:53+5:302022-10-18T17:44:23+5:30
तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए विजय कुमार सिन्हा ने कहा, 'यही अदालत है, जिस ने आपके पिता जी की चोरी (चारा घोटाला) में सजा सुनाई थी...यह तो आपका सौभाग्य है कि नीतीश कुमार जैसे व्यक्ति मिल गए।'
पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को कोर्ट से राहत मिलने से एक ओर जहां राजद खेमे में खुशी की लहर है, वहीं भाजपा ने कोर्ट की नसीहत पर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को अपनी जुबान पर किस तरह बोलना चाहिए, यह कोर्ट के आदेश से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है। दरअसल, कोर्ट ने तेजस्वी को राहत देते हुए सोंच समझकर बोलने की नसीहत दी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 'हम न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं. लेकिन सवाल उन पर उठता है, जो न्यायालय के फैसले पर उंगली उठाते रहते हैं। जब फैसला उनके मुताबिक आता है तो वह न्यायालय के पक्ष में बयान देते हैं। लेकिन जब फैसला उनके विरोध में जाता है, तब वह न्यायालय के खिलाफ बयान देने का काम करते हैं।'
विजय कुमार सिन्हा ने एक ट्वीट में नीतीश पर भी निशाना साधते हुए कहा, 'उप मुख्यमंत्री को अब समझ आ गया होगा...कोर्ट में सारी हेकड़ी निकल गई। यही अदालत है, जिस ने आपके पिता जी की चोरी (चारा घोटाला) में सजा सुनाई थी...यह तो आपका सौभाग्य है कि नीतीश कुमार जैसे व्यक्ति मिल गए, वरना भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी व्यक्ति को कोई उपमुख्यमंत्री नहीं बनाता..'
उप मुख्यमंत्री को अब आ गया होगा समझ में ..कोर्ट में सारी हेकड़ी निकल गई।यही अदालत है,जिस ने आपके पिता जी की चोरी (चारा घोटाला) में सजा सुनाई थी..यह तो आपका सौभाग्य है कि @NitishKumar जैसे व्यक्ति मिल गए, वरना भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी व्यक्ति को कोई उपमुख्यमंत्री नहीं बनाता..
— Vijay Kumar Sinha (@VijayKrSinhaBih) October 18, 2022
वहीं कोर्ट द्वारा तेजस्वी को नसीहत दिए जाने पर विजय सिन्हा ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को अपनी जुबान पर किस तरह बोलना चाहिए, यह कोर्ट के आदेश से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है। किसी जांच एजेंसी के लिए किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए, यही बात आज कोर्ट ने कही है।
इस दौरान संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने के राजद के आरोपों पर विजय सिन्हा ने कहा जब फैसले उनके हक में आता है, तो सांवैधानिक रूप से सही हो जाता है और जब उनके विरोध में होता है, तो वही गलत हो जाता है।