कॉर्बेट में अनधिकृत निर्माण में अधिकारियों की भूमिका तय करने के लिए विजिलेंस जांच
By भाषा | Updated: November 10, 2021 16:25 IST2021-11-10T16:25:44+5:302021-11-10T16:25:44+5:30

कॉर्बेट में अनधिकृत निर्माण में अधिकारियों की भूमिका तय करने के लिए विजिलेंस जांच
ऋषिकेश, 10 नवंबर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ वन प्रभाग में अवैध वृक्ष पातन व अनधिकृत निर्माण में अधिकारियों की भूमिका तय करने के लिए सतर्कता जांच के आदेश दिए गए हैं । एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
एक वन अधिकारी ने बताया कि मामले में सतर्कता जांच के आदेश राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के एक तथ्य अन्वेषण दल की रिपोर्ट के आधार पर दिए गए हैं ।
प्राधिकरण के दल ने टाइगर रिजर्व के मोरघट्टी और पांखरो वन क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों को सक्षम अधिकारियों की पूर्वानुमति के बिना नियम विरूद्ध और अवैधानिक करार देते हुए उन्हें ध्वस्त करने तथा ध्वस्तीकरण पर आने वाले खर्च की वसूली दोषी अधिकारियों से करने को कहा था ।
उत्तराखंड के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग को 22 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में प्राधिकरण ने उनसे अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था ।
वन विभाग के मुखिया राजीव भरतरी द्वारा मामले की जांच के लिए नियुक्त किए गए भारतीय वनसेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने हांलांकि, स्वयं को जांच से अलग कर लिया है।
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