पटना: राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एनडीए को छोड़कर महागठबंधन के साथ जाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बिहार की लड़कियों के साथ धोखा देने का आरोप लगाया है। सुशील मोदी का आरोप है कि नीतीश कुमार जब एनडीए के साथ सरकार में थे, जब उन्होंने मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा में लड़कियों को 33 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया था, जो वो महागठंबधन के साथ जाते ही अपने वादे को भूल गये हैं।
सुशील मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से नीतीश कुमार के खिलाफ आरोपों की छड़ी लगते हुए वीडियो जारी करके कहा, "मेडिकल और इंजीनियरिंग में लड़कियों के लिए 33 फीसदी आरक्षण का वायदा महागठबंधन में शामिल होते ही नीतीश कुमार भूल गए? लगभग 3700 लड़कियां नामांकन से वंचित।"
वीडियो में सुशील मोदी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब 14 महीने पहले हमारे साथ एनडीए की सरकार में थे, तब उन्होंने लड़कियों को मेडिकल और इंजीनियरिंग में आरंक्षण की घोषणा की थी, अब सवाल यह है कि वो महागठबंधन में शामिल हो गये तो अपने द्वारा ही किये वादे को क्यों नहीं लागू कर पाए। इसके कारण लड़कियों को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।
सुशील मोदी ने कहा कहा कि बिहार के 11 सरकारी और 7 निजी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की कुल सीटें 2021 हैं। इसके अलावा एक सरकारी और चार निजी डेंटल कालेज में कुल 270 नामांकन हो सकते हैं। इन मेडिकल और डेंटल कालेज की 2291 सीटों पर यदि लड़कियों को 33 फीसद आरक्षण नहीं मिलेगा तो 700 लड़कियां डाक्टर नहीं बन पाएंगी।
नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा में प्रवेश के लिए लड़कियों से किये हुए आरक्षण के वादे को महागठबंधन में जाते ही, बड़ी आसानी से भूल गए। अगर मेडिकल और इंजीनियरिंग में लड़कियों को 33 फीसद आरक्षण नहीं मिला तो बिहार की 3700 बेटियों को एडमिशन नहीं मिलेगा।