नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीन ओर भारतीय सेनाओं के बीच गतिरोध को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का लद्दाख दौरे के दौरान के भाषण का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'चीन ने हमारी जमीन ले ली है और भारत सरकार चेम्बरलेन (पूर्व ब्रिटिश पीएम) की तरह व्यवहार कर रही है। इससे चीन और आगे बढ़ेगा। भारत को केंद्र सरकार की कायरतापूर्ण कार्रवाइयों के कारण बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।
इस वीडियो में राजनाथ सिंह सैनिकों को संबोधित करते हुए देश को आश्वस्त किया था कि किसी भी देश ने हमारी जमीन पर कोई कब्जा नहीं है। हालांकि उन्होंने इस दौरान चीन के साथ जारी गतिरोध को समाप्त करने पर कहा कि था, "इस गतिरोध का हल कहां तक होगा इसकी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं।"
राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ जम्मू कश्मीर के संपूर्ण सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करते हुए सुरक्षाबलों को पाकिस्तान के किसी भी ‘दुस्साहस’ का मुंहतोड़ जवाब देने को कहा । अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक उच्च स्तरीय बैठक में रक्षा मंत्री ने सशस्त्रबलों से पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा पर कड़ी चौकसी बरतने को भी कहा। पूर्वी लद्दाख के दौरे के बाद सिंह एकीकृत रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे के साथ दोपहर को यहां पहुंचे। रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ रक्षा मंत्री को नियंत्रण रेखा और अंदरूनी क्षेत्रों की स्थिति और सफल आतंकवाद निरोधक अभियानों के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि देश को सैनिकों के साहस और देशभक्तिपूर्ण जज्बे पर गर्व है।’’
पिछले कुछ महीने से नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गयी हैं। इस माह के प्रारंभ में भारत ने नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सुरक्षाबलों द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन किये जाने को लेकर पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। अधिकारियों के अनुसार ये संघर्षविराम उल्लंघन मुख्यत: आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में भेजने के लिए किये जाते हैं। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार जून तक बिना उकसावे के पाकिस्तान द्वारा की गयी संघर्ष विराम उल्लंघन की 2,432 से अधिक घटनाओं में 14 भारतीय नागिरक मारे गये जबकि 88 घायल हो गये। भारत कहता रहा है कि बिना उकसावे के होने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन 2003 में दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के विपरीत है। अधिकारियों ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशकों के चैनल समेत विभिन्न माध्यमों से चिंता सामने रखने के बाद भी पाकिस्तान ने ऐसी गतिविधियां नहीं रोकी हैं।