उपराष्ट्रपति ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में साहित्यिक कृतियों के अनुवाद की पहल का आह्वान किया
By भाषा | Updated: December 12, 2021 16:54 IST2021-12-12T16:54:46+5:302021-12-12T16:54:46+5:30

उपराष्ट्रपति ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में साहित्यिक कृतियों के अनुवाद की पहल का आह्वान किया
हैदराबाद, 12 दिसंबर उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को आह्वान किया कि विभिन्न भारतीय भाषाओं में साहित्यिक कृतियों के अनुवाद में सतत एवं अग्रसक्रिय रूख अपनाया जाए।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि इस सिलसिले में उन्होंने क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं को लोगों को उनकी मातृभाषा में उपलब्ध कराने के लिए अनुवाद में प्रौद्योगिकी का सहारा लेने का सुझाव दिया।
नायडू ने श्रीकृष्णदेवार्य द्वारा ‘अमुक्तमालयदा’ जैसी कृतियों के अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद के लिए पोट्टी श्रीरामुलू तेलुगु विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के प्रयास की सराहना की।
उन्होंने भारत में विभिन्न भाषाओं के संरक्षण एवं प्रोत्साहन के लिए इस तरह के विश्वविद्यालयों द्वारा प्रयास करने की अपील की।
तेलुगु विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने तेलुगु भाषा, साहित्य और इतिहास की विभिन्न शोध पहल के मार्फत संरक्षण को लेकर उसकी प्रतिबद्धताओं की प्रशंसा की।
नायडू ने वैश्वीकरण के व्यापक प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि युवाओं का अपनी सांस्कृतिक विरासत से संपर्क नहीं टूटे।
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