नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने अपने पूर्व आयुक्त वेद मारवाह को शनिवार को श्रद्धांजलि दी। मारवाह का 87 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया था। वर्ष 1985 से 1988 तक दिल्ली पुलिस के आयुक्त रहे मारवाह बाद में झारखंड, मिजोरम और मणिपुर के राज्यपाल भी रहे।
गोवा के कार्यकारी पुलिस महानिदेशक जसपाल सिंह ने बताया कि मारवाह ने उत्तरी गोवा में मापुसा के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। सिंह के मुताबिक गोवा में अपने घर में गिर जाने के बाद मारवाह को तीन सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को शाम साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया।
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को मारवाह को श्रद्धांजलि दी। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘ मृदु व्यवहार लेकिन दृढ़ निश्चय वाले, मृदुभाषी लेकिन कठिन कार्य को भी पूरा करने वाले सर्वोत्कृष्ट नौकरशाह। शानदार पुलिस अधिकारी एवं उत्कृष्ट प्रशासक- वेद मारवाह सर, हमने एक महान हस्ती खो दी।’’ उसने लिखा, ‘‘दिल्ली पुलिस अपने सबसे शानदार आयुक्तों में एक को सलाम करती है और श्रद्धांजलि देती है।’’ एक जवाब में उसने यह भी लिखा, ‘‘हमें आप बहुत याद आयेंगे, सर।’’
पूर्व राज्यपाल एवं दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त वेद मारवाह का निधन
मिजोरम, मणिपुर और झारखंड के पूर्व राज्यपाल वेद मारवाह का गोवा में निधन हो गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। मारवाह ने 1984 के दंगों के बाद के कठिन दौर में दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान किया था। वह 87 वर्ष के थे। मारवाह का निधन शुक्रवार की शाम को उत्तरी गोवा जिले के मापुसा नगर में एक निजी अस्पताल में हुआ। वह उत्तर गोवा के सिओलिम गांव में अपने परिवार के साथ रहते थे।
गोवा के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जसपाल सिंह ने बताया कि राज्य में स्थित अपने घर में गिर जाने के बाद उन्हें लगभग तीन हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डीजीपी ने कहा, “वह एक उत्कृष्ट पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने उस समय बल की अगुवाई की जब आतंकवाद अपने चरम पर था। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जंग का नेतृत्व किया।” मारवाह को श्रद्धांजलि देते हुए सिंह ने उन्हें ईमानदार व्यक्तित्व, जनता के लिए बेहद संवेदनशील, दिल से एक पुलिसकर्मी बताया।
मारवाह 1999 से 2003 तक मणिपुर के, 2000-2001 में मिजोरम के और 2003 से 2004 तक झारखंड के राज्यपाल रहे। वह 1985 से 1988 तक दिल्ली पुलिस आयुक्त रहे और उन्होंने 1988 से 1990 के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के तीसरे महानिदेशक के तौर पर भी सेवाएं दीं। वह जम्मू-कश्मीर और बिहार के राज्यपालों के सलाहकार भी रहे।
उन्होंने “अनसिविल वॉर : पैथोलॉजी ऑफ टेररिज्म इन इंडिया” नाम की किताब भी लिखी। वह एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के संचालन परिषद में भी शामिल थे। भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने मारवाह के निधन पर दुख जताया।
कुरैशी ने एक ट्वीट में कहा, “ मैं पूर्व पुलिस आयुक्त श्री वेद मारवाह के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। वह जेएस वीमेन्स डेवलपमेंट में कभी मेरे बॉस थे, सबसे बेहतरीन। वह सेंट स्टीफन्स कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। मैं उनके साथ उपाध्यक्ष था। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना है।” गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मारवाह को श्रद्धांजलि अर्पित की।