वाराणसीः पीएम मोदी आज दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज 'गंगा विलास' को दिखाएंगे हरी झंडी, 50 दिनों का होगा सफर, जानिए यात्रियों की क्षमता
By अनिल शर्मा | Published: January 13, 2023 08:28 AM2023-01-13T08:28:44+5:302023-01-13T08:41:11+5:30
क्रूज रामनगर बंदरगाह से संत रविदास घाट तक जाएगा, जहां इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एमवी गंगा विलास क्रूज यात्रा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे।
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'गंगा विलास क्रूज़' को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। इस दौरान वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके साथ जल परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहेंगे। इसकी तैयारियां कई दिनों से की जा रही है। क्रूज में कुल 8 कमरे हैं। स्विस पर्यटक आज इसकी यात्रा पर निकलेंगे। गुरुवार एयर इंडिया के विमान से वाराणसी पहुंचे स्विस पर्यटकों के दल का स्वागत एयरपोर्ट पर धोबिया नृत्य और शहनाई की धुन पर किया गया।
वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक का सफर
क्रूज रामनगर बंदरगाह से संत रविदास घाट तक जाएगा, जहां इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एमवी गंगा विलास क्रूज यात्रा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे। लग्जरी ट्रिपल-डेक क्रूज दुनिया के सबसे बड़े क्रूज पर यात्रा करेगा। वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए असम से डिब्रूगढ़ तक दुनिया के सबसे लम्बा यात्रा करेगा। क्रूज में 18 सूट के साथ 80 यात्रियों की क्षमता होगी।
गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक गंगा विलास क्रूज कुल 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। क्रूज द्वारा की जाने वाली यह दुनिया की सबसे लंबी यात्रा होगी। सूत्रों के अनुसार यह सफर कुल 50 दिनों का होगा और इस दौरान यह जलयान भारत और बांग्लादेश की 27 नदी प्रणालियों से होकर गुजरेगा।
50 से अधिक जगहों पर रुकेगा क्रूज, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं
बांग्लादेश में यह बांग्लादेश में मेघना, पद्मा और जमुना से होकर गुजरेगा। और फिर असम में ब्रह्मपुत्र में प्रवेश करेगा। रास्ते में यह क्रूज 50 से अधिक जगहों पर रुकेगा, जिनमें विश्व विरासत स्थल भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह जलयान राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी होकर गुजरेगा, इनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भी शामिल हैं।