पीएम मोदी ने वाराणसी में टेंट सिटी का उद्घाटन करने के साथ रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को दिखाई हरी झंडी, 1000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी
By अनिल शर्मा | Published: January 13, 2023 10:54 AM2023-01-13T10:54:24+5:302023-01-13T11:10:44+5:30
पीएम ने कहा कि काशी में गंगा पार बनी अद्भूत टेंट सिटी से वहां आने वाले और रहने का एक और बड़ा कारण देश-दुनिया के पर्यटकों-श्रद्धालुओं को मिला है।
वाराणसीः प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही वाराणसी में बने टेंट सिटी का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने कई राज्यों के 1000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल और उत्तर प्रदेश तथा बिहार की सामुदायिक जेटी का उद्घाटन किया। साथ ही गुवाहाटी में पांडु टर्मिनल में एक जहाज मरम्मत सुविधा और एक एलिवेटेड रोड का भी लोकार्पण किया।
फ्लैग-ऑफ समारोह दौरान बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य मंत्री उपस्थित रहे। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और असम के सीएम एचबी सरमा भी वर्चुअली इवेंट में शामिल हुए।
एमवी गंगा विलास क्रूज शिप का शुभारंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज काशी से डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया की सबसे लंबी नदी जल यात्रा गंगा विलास क्रूज का शुभारंभ हुआ है। इससे पूर्वी भारत के अनेक पर्यटक स्थल विश्व पर्यटन मानचित्र में और प्रमुखता से आने वाले हैं। पीएम ने कहा कि काशी में गंगा पार बनी अद्भूत टेंट सिटी से वहां आने वाले और रहने का एक और बड़ा कारण देश-दुनिया के पर्यटकों-श्रद्धालुओं को मिला है।
वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि क्रूज राज्य के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा। क्रूज के बिहार से गुजरने पर पर्यटकों का संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा। यात्रा को सुगम और गतिमान बनाने के लिए जिलों में एक-एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
अंतरा क्रूज द्वारा संचालित एमवी गंगा विलास 51 दिनों में भारत के पांच राज्यों और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों से होकर 3,200 किलोमीटर की यात्रा करेगा। यह उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगी और बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ पहुंचेगी।
तीन डेक वाला जहाज 62 मीटर चौड़ा और 12 मीटर चौड़ा है। राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW1) को जोड़ने के अलावा जिसमें ब्रह्मपुत्र पर गंगा और राष्ट्रीय जलमार्ग 2 (NW2) शामिल हैं। क्रूज 27 नदी प्रणालियों को पार करेगा। इसमें सभी लक्जरी सुविधाओं के साथ 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट (कमरे) हैं। यूपी पर्यटन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, सुइट्स में सुखदायक अंदरूनी भाग हैं, जो फ्रेंच बालकनी, एलईडी टीवी, तिजोरियां, स्मोक डिटेक्टर और कन्वर्टिबल बेड जैसी कई सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
क्रूज शिप में मुख्य डेक पर एक 40-सीटर रेस्तरां, एक स्पा और एक सन डेक भी है। ऊपरी डेक में एक बार भी है। विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों, और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों की यात्रा के साथ 51 दिनों की क्रूज की योजना बनाई गई है।
सोनोवाल ने कहा कि यह यात्रा विदेशी पर्यटकों को भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता की अनुभवात्मक यात्रा शुरू करने का अवसर देगी। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक यात्रा के लिए रवाना हुए। क्रूज को 6 जनवरी को वाराणसी पहुंचना था लेकिन मौसम की स्थिति और खराब दृश्यता के कारण यह 8 जनवरी को वाराणसी से 65 किमी दूर गाजीपुर पहुंचा। पर्यटकों को गाजीपुर में लॉर्ड कार्नवालिस की समाधि, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, और नव पुनर्निर्मित काशी विश्वनाथ गलियारे में ले जाया गया।